रोहित शर्मा की विदाई के बाद शुभमन गिल की होगी ताजपोशी? एक और बड़े खिलाड़ी पर भी सेलेक्टर्स की नजरें

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। पिछले साल टी-20 विश्व कप जीतने के बाद इस प्रारूप से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी अटकलों को विराम दे दिया। रोहित ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट छोड़ने की घोषणा की। रोहित अब केवल वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
रोहित के टेस्ट से संन्यास की घोषणा के साथ शुभमन गिल अगले टेस्ट कप्तान बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं क्योंकि मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहती है। 25 वर्षीय गिल सफेद गेंद के प्रारूपों में उपकप्तान थे वह वर्तमान में आईपीएल में गुजरात टाइटंस की कप्तानी कर रहे हैं।
इस वर्ष जनवरी में खराब फॉर्म के कारण खुद को सिडनी टेस्ट से बाहर करने के बाद ही 'दैनिक जागरण' ने अपनी खबर में बता दिया था कि रोहित ने इस प्रारूप में अपना अंतिम टेस्ट मैच खेल लिया है। रोहित ने दिसंबर 2024 में मेलबर्न में अंतिम टेस्ट मैच खेला था। सूत्रों ने बताया कि इस साल जून में भारतीय टीम को इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है और रोहित को पहले ही बता दिया गया था उन्हें टीम में नहीं चुना जाएगा। इसके बाद माना जा रहा था कि रोहित 14 या 15 को संन्यास की घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने बुधवार को ही इंटरनेट मीडिया पर इसकी घोषणा कर दी।
इसके साथ ही सूत्रों का कहना है कि भारतीय टीम के एक और बड़े खिलाड़ी से भी कह दिया गया कि अब भविष्य की टीम में उनकी जगह नहीं बन रही है। संन्यास का निर्णय उन्हीं पर छोड़ दिया गया है। अब देखना है कि वह कब संन्यास की घोषणा करते हैं। ये भी देखना होगा कि वह खिलाड़ी आने वाले समय में बीसीसीआई को सेट कर पाते हैं या नहीं।
डगमगा रहा था करियर
आस्ट्रेलिया दौरे के बाद से ही रोहित का करियर डगमगा रहा था। गंभीर ने भारतीय क्रिकेट में स्टार संस्कृति समाप्त करने की वकालत की थी। हालांकि दोनों ने कभी इसको लेकर सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा, लेकिन गंभीर ने लगातार यह कहा कि भारतीय टीम में जगह बनाने का एकमात्र रास्ता अच्छा प्रदर्शन है। इंग्लैंड दौरे को लेकर रोहित के चयन पर गंभीर ने कहा था कि यह तय करना चयनकर्ताओं का काम है। अगर टीम में चयन का एकमात्र पैमाना प्रदर्शन है तो रोहित टेस्ट टीम में फिट नहीं बैठ रहे थे।
रोहित ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पांच पारियों में केवल 6.20 की औसत से सिर्फ 31 रन बनाए थे और सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अंतिम टेस्ट के लिए खुद को बाहर भी कर लिया। वहीं रोहित की कप्तानी में ही भारत को न्यूजीलैंड से घर में पहली बार टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार मिली। उस सीरीज में रोहित का औसत केवल 15.16 का रहा था।
टेस्ट कैप की फोटो साझा कर दिया धन्यवाद
रोहित ने इंस्टाग्राम पर अपनी टेस्ट कैप की फोटो साझा करते हुए लिखा, सभी को नमस्कार, मैं यह बताना चाहता हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। सफेद जर्सी में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। इतने वर्षों तक प्यार व समर्थन देने के लिए आप सभी का धन्यवाद। मैं वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा। -
2013 में किया था टेस्ट पदार्पण
रोहित ने 2013 में टेस्ट पदार्पण किया था और पहले ही मैच में शतक जड़ा था। टेस्ट में रोहित का सर्वोच्च स्कोर 212 रन है, जो उन्होंने 2019 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध बनाया था। कप्तान के तौर पर रोहित ने 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें से टीम को 12 में जीत मिली और नौ में हार। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी पहुंची थी, जहां उसे आस्ट्रेलिया से हार मिली थी।