Samachar Nama
×

साउथ अफ्रीका के इस हिंदू क्रिकेटर के छलक पडे आंसू, WTC चैंपियन बनते ही मैदान पर ही लगा रोने, देखें VIDEO

साउथ अफ्रीका के इस हिंदू क्रिकेटर के छलक पडे आंसू, WTC चैंपियन बनते ही मैदान पर ही लगा रोने, देखें VIDEO
साउथ अफ्रीका के इस हिंदू क्रिकेटर के छलक पडे आंसू, WTC चैंपियन बनते ही मैदान पर ही लगा रोने, देखें VIDEO

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। दक्षिण अफ्रीका ने आखिरकार उस दीवार को तोड़ दिया जो पिछले कई सालों से उसे चैंपियन बनने से रोक रही थी। दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने पिछले कई सालों से विभिन्न टूर्नामेंटों के सेमीफाइनल और फाइनल में भावनात्मक और दिल तोड़ने वाली हार का सिलसिला खत्म किया।

टेम्बा बावुमा की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही पूरा दक्षिण अफ्रीका जश्न में डूब गया। वहीं इस टीम में शामिल एकमात्र हिंदू खिलाड़ी केशव महाराज अपने आंसू नहीं रोक पाए और रोने लगे। 11 जून को लॉर्ड्स में शुरू हुए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का फैसला मैच के चौथे दिन शनिवार 14 जून को हुआ। पहली पारी में सिर्फ 138 रन बनाकर 74 रन से पिछड़ने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम ने अपनी दूसरी पारी में 282 रन का मुश्किल लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका ने अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार सीनियर स्तर पर वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतकर अपना सूखा खत्म किया। दूसरी ओर, 1998 की नॉक आउट ट्रॉफी (अब चैंपियंस ट्रॉफी) के बाद, दक्षिण अफ्रीका ने केवल दूसरी बार आईसीसी खिताब जीता।

केशव महाराज अपने आंसू नहीं रोक पाए

साउथ अफ्रीका के इस हिंदू क्रिकेटर के छलक पडे आंसू, WTC चैंपियन बनते ही मैदान पर ही लगा रोने, देखें VIDEO

दक्षिण अफ्रीका की खिताबी जीत के बाद, हर खिलाड़ी अपनी भावनाओं को व्यक्त कर रहा था और जब स्पिनर केशव महाराज से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई, तो वे रोने लगे। जब दक्षिण अफ्रीका के महान टेस्ट कप्तान और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के वर्तमान निदेशक ग्रीम स्मिथ ने केशव महाराज से इस जीत के महत्व के बारे में पूछा, तो स्पिनर ने कहा, "यह एक बहुत ही खास पल है। मेरे आंसू बह रहे हैं, कौन बता सकता है कि हम कैसा महसूस कर रहे हैं। इतना बड़ा खिताब जीतना सम्मान की बात है।

यहां आने वाले और दक्षिण अफ्रीका में मौजूद सभी लोगों के लिए, यह ट्रॉफी उठाना हमारे लिए सम्मान की बात है। इतने सालों तक ट्रॉफी हमसे दूर थी, लेकिन अब हमने आखिरकार इसे उठा लिया है। ऐसे ही हमारा समर्थन करते रहें।" महाराज ने फाइनल में अहम भूमिका निभाई तेज गेंदबाजों के दबदबे वाले इस फाइनल में केशव महाराज को गेंदबाजी करने का ज्यादा मौका नहीं मिला और उन्हें दोनों पारियों में सिर्फ 12 ओवर ही गेंदबाजी करने को मिले। लेकिन इसमें भी उन्होंने अपना काम बखूबी किया। इन 12 ओवरों में उन्होंने सिर्फ़ 36 रन दिए और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बांधे रखा। इतना ही नहीं, पहली पारी में उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज़ एलेक्स कैरी का विकेट भी लिया, जो बड़ी साझेदारी करते नज़र आए।

Share this story

Tags