इन दो बल्लेबाजों ने तो गिरा ही दिया था एक दम निचे, लेकिन फिर भी यूं बजा बाजबॉल का बाजा, अंग्रेजों की नींद हराम

इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट मैच के पहले दिन टीम इंडिया ने 5 विकेट के नुकसान पर 310 रन बनाए। टीम इंडिया के लिए कप्तान शुभमन गिल ने 114 और रवींद्र जडेजा 41 रन बनाकर नाबाद लौटे। मैच में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी में टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर बल्लेबाज केएल राहुल महज 2 रन बनाकर आउट हो गए। राहुल के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए करुण नायर भी महज 31 रन बनाकर आउट हो गए। ऐसे में शुरुआती दो झटकों के बाद टीम इंडिया की स्थिति नाजुक हो गई, लेकिन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान शुभमन गिल ने जिम्मेदारी संभाली। करुण नायर के आउट होने के बाद यशस्वी जायसवाल भी शतक के करीब पहुंचकर अपना विकेट गंवा बैठे। इस तरह शुभमन के साथ-साथ उपकप्तान ऋषभ पंत की जिम्मेदारी बढ़ गई, लेकिन उनके लापरवाह शॉट ने इंग्लैंड को बढ़त दिला दी।
पंत और नितीश रेड्डी ने बढ़ाई मुश्किलें
हेडिंग्ले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले ऋषभ पंत बर्मिंघम में भी पूरी तरह लय में दिखे, लेकिन शोएब बशीर की गेंद पर छक्का लगाने के चक्कर में वे अपना विकेट दे बैठे। नतीजा यह हुआ कि टीम इंडिया ने 208 रन के स्कोर पर अपने 4 विकेट गंवा दिए। पंत ने 42 गेंदों पर 25 रनों की पारी खेली, लेकिन अब जिस तरह से वे आउट हुए, उसकी आलोचना हो रही है।
पंत के आउट होने के बाद नितीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने मैदान में उतरे। नितीश को बर्मिंघम टेस्ट मैच में शार्दुल ठाकुर की जगह प्लेइंग इलेवन में मौका मिला। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मेलबर्न में शतक लगाने वाले नितीश से कुछ चमत्कार की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। क्रिस वोक्स की खूबसूरत इनकमिंग गेंद पर नितीश बोल्ड हो गए। नितीश सिर्फ अपना खाता ही खोल पाए।
शुभमन गिल ने संभाली टीम की कमान
पंत और नितीश कुमार रेड्डी के आउट होने के बाद ऐसा लगा कि टीम इंडिया की पारी लड़खड़ा जाएगी। क्योंकि सभी ने देखा कि हेडिंग्ले में टीम इंडिया का मध्यक्रम किस तरह ढह गया, लेकिन अच्छी बात यह रही कि कप्तान शुभमन गिल डटे रहे। इसके अलावा उन्हें रवींद्र जडेजा का भी अच्छा साथ मिला। दोनों ने मिलकर नीतीश के बाद भारतीय टीम का एक भी विकेट नहीं गिरने दिया। इस तरह 5 विकेट लेने के बाद जश्न में डूबे अंग्रेज दिन का खेल खत्म होने तक निराश चेहरे के साथ लौटे।