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हेडिंग्ले टेस्ट में टीम इंडिया की फील्डिंग रही फीकी, यशस्वी जायसवाल की गलतियों से बढ़ा दबाव

हेडिंग्ले टेस्ट में टीम इंडिया की फील्डिंग रही फीकी, यशस्वी जायसवाल की गलतियों से बढ़ा दबाव
हेडिंग्ले टेस्ट में टीम इंडिया की फील्डिंग रही फीकी, यशस्वी जायसवाल की गलतियों से बढ़ा दबाव

भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच का तीसरा दिन जहां रोमांच से भरा रहा, वहीं भारतीय टीम की फील्डिंग ने फैन्स और टीम मैनेजमेंट को खासा निराश किया। खासतौर पर युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन चर्चा का विषय बन गया, जिन्होंने मैदान पर कई अहम कैच टपकाए। इन मौकों को भुनाकर इंग्लिश बल्लेबाजों ने बड़े स्कोर की ओर कदम बढ़ाया और भारत पर दबाव बना दिया।

मैच के तीसरे दिन चायकाल तक भारत ने कुल छह कैच छोड़े, जो पिछले पांच वर्षों में किसी एक पारी में टीम इंडिया का सबसे खराब फील्डिंग प्रदर्शन माना जा रहा है। इनमें से कई मौके ऐसे थे जब भारत इंग्लैंड की पारी को छोटे स्कोर पर समेट सकता था, लेकिन कैच ड्रॉप होने की वजह से विपक्षी बल्लेबाजों को दोबारा जीवनदान मिल गया।

यशस्वी जायसवाल, जो हाल ही में अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए सुर्खियों में रहे हैं, इस बार फील्डिंग में लगातार गलतियां करते दिखे। उन्होंने स्लिप और पॉइंट क्षेत्र में दो आसान कैच गिराए, जो भारतीय गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फेरते नजर आए। खासतौर पर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की गेंदों पर छूटे कैचों ने गेंदबाजों के मनोबल पर भी असर डाला।

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ट मैच में एक-एक मौका गेम का रुख बदल सकता है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण ने कहा, "छूटे हुए कैच किसी भी टीम के लिए सबसे बड़ा झटका होते हैं। युवा खिलाड़ियों को खासकर स्लिप या इनर सर्कल की फील्डिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह टेस्ट क्रिकेट की नींव है।"

गेंदबाजों के लिए यह स्थिति और भी मुश्किल होती है जब उनकी कड़ी मेहनत को फील्डर्स की गलतियों की वजह से कोई परिणाम नहीं मिलता। बुमराह, जिन्होंने इस मैच में अब तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है, उनकी झुंझलाहट मैदान पर साफ देखी जा सकती थी।

भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने भी चायकाल के बाद प्रेस से बातचीत में इस मुद्दे को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, "हमने आज फील्ड में कुछ मौके गंवाए, जो नहीं होने चाहिए थे। लेकिन हमारी टीम युवा है, और हम इन गलतियों से सीखेंगे। आगे के मैचों में सुधार निश्चित रूप से होगा।"

टीम इंडिया के लिए यह जरूरी है कि वह अगली पारियों में अपनी फील्डिंग पर ध्यान केंद्रित करे, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में फील्डिंग ही वह तत्व होती है जो गेंदबाजी और बल्लेबाजी के बीच संतुलन बनाकर मैच जिताती है।

हेडिंग्ले में जहां भारत ने कई क्षेत्रों में इंग्लैंड को टक्कर दी है, वहीं फील्डिंग एक ऐसा पहलू रहा है जिसने मैच में भारत की स्थिति कमजोर कर दी। अब देखना यह होगा कि क्या भारतीय टीम इस कमी से उबरकर मैच में वापसी कर पाएगी या नहीं।

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