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कभी-कभी दूरियां... फिर एक हुए साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप, 17 दिन में अपने फैसले से लिया यूर्टन

कभी-कभी दूरियां... फिर एक हुए साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप, 17 दिन में अपने फैसले से लिया यूर्टन
कभी-कभी दूरियां... फिर एक हुए साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप, 17 दिन में अपने फैसले से लिया यूर्टन

कहते हैं किसी भी चीज़ की अहमियत उससे दूर होने के बाद ही पता चलती है! कुछ ऐसा ही हुआ भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप के साथ। साइना और पारुपल्ली दोनों ही बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। दोनों की मुलाकात 1997 में पुलेला गोपीचंद के कैंप में हुई थी। पहले दोस्ती, फिर प्यार और फिर दोनों ने शादी कर ली, लेकिन पिछले महीने 16 जुलाई को फैन्स उस समय हैरान रह गए जब साइना नेहवाल ने पारुपल्ली कश्यप से अलग होने का ऐलान किया।

हालांकि, इस ऐलान के 17 दिन बाद ही उन्होंने अपना फैसला बदल दिया और दोनों फिर से साथ हैं। साइना नेहवाल ने अपने इंस्टाग्राम पर पारुपल्ली कश्यप के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'कभी-कभी दूरी हमें मौजूदगी का महत्व सिखाती है। खैर, हम फिर से कोशिश कर रहे हैं।' साइना के फैन्स भी इस ऐलान से खुश हैं कि उनकी निजी ज़िंदगी फिर से पटरी पर आ गई है।

साइना ने 2018 में शादी की थी

साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप दोनों एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। कैंप में मुलाकात के बाद दोनों ने लंबे समय तक एक-दूसरे को डेट किया और फिर साल 2018 में उन्होंने शादी करने का फैसला किया। हालाँकि, महज 7 सालों में ही दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए। इस वजह से वे अपने खेल पर पूरी तरह ध्यान नहीं दे पाए। इसी वजह से उन्होंने सोशल मीडिया पर अलग होने की घोषणा की।

साइना और पारुपल्ली का करियर कैसा रहा है

साइना और पारुपल्ली का बैडमिंटन करियर शानदार रहा है। साइना ने साल 2012 में लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा, वह अपने शानदार खेल से 2015 में रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी बनीं। पारुपल्ली की बात करें तो वह 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीतने में सफल रहे थे। लंदन ओलंपिक में उनका सफर क्वार्टर फाइनल तक ही चला, जबकि ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।

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