आईपीएल में बिलकुल फ्लॉप रहे ऋषभ पंत ने बल्लेबाजी में किया बड़ा बदलाव, और बरपाने लगे गेंदबाज़ो पर कहर, अंग्रेजों को भी दे दी चेतावनी

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय क्रिकेट टीम 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस सीरीज से पहले टीम इंडिया के दो दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। अब उनके जाने के बाद जिम्मेदारी शुभमन गिल और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों पर आ गई है। इस बीच ऋषभ पंत ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ा बयान दिया है। ऋषभ पंत ने बल्लेबाजी में किया बड़ा बदलाव भारत के उपकप्तान ऋषभ पंत ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने इंग्लैंड की स्विंग के अनुकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए अपने 'स्टांस' में थोड़ा बदलाव किया है।
शुक्रवार से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में पंत पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले हैं। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे स्टार खिलाड़ियों के संन्यास के बाद उन्हें बल्ले से भारत के लिए बड़ी भूमिका निभानी होगी। वह व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में 'ओपन स्टांस' की तुलना में टेस्ट में 'साइड-ऑन' खेलेंगे। पंत ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुझे लगता है कि यह (परिवर्तन) मुख्य रूप से मानसिक है, लेकिन थोड़ा तकनीकी भी है। वनडे और टी20 में आपको अपना रुख थोड़ा 'खुला' रखना होता है, क्योंकि यह आपके शॉट खेलने पर निर्भर करता है।" इंग्लैंड में बल्लेबाज के तौर पर पंत का रिकॉर्ड अच्छा है, उन्होंने 9 टेस्ट में 32.70 की औसत से 556 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और इतने ही अर्धशतक शामिल हैं।
साइड-ऑन रुख से मिलेगी मदद
उन्होंने कहा, "जब आप इंग्लैंड आते हैं, तो आपको थोड़ा 'साइड-ऑन' खेलना होता है और इससे वास्तव में मदद मिलती है।" यह बुनियादी तकनीकी चीज है जिसे मैंने बदला है। इसके अलावा, यह सिर्फ मानसिकता की बात है।" हालांकि, इस बार बाएं हाथ का यह बल्लेबाज उप-कप्तान के तौर पर सीरीज की शुरुआत करेगा और उन्होंने कहा कि अतिरिक्त जिम्मेदारी ने उनकी नियमित सोच को प्रभावित नहीं किया है।
पंत ने कहा, "मैं अच्छी स्थिति में हूं। यह (उप-कप्तानी) एक अतिरिक्त जिम्मेदारी है। लेकिन जब आप क्रीज पर होते हैं, तो आप यह नहीं सोचते कि मैं उप-कप्तान हूं या मैं कोई सीनियर खिलाड़ी हूं। आप क्रीज पर सिर्फ़ बल्लेबाज़ होते हैं और आपको अपनी टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। मैंने अपनी मानसिकता नहीं बदली है।