रवि शास्त्री ने इंग्लैंड की ड्यूक्स बॉल का उड़ाया मजाक, अंपायर्स को सुनाते हुए कहा - इन बॉल को बॉक्स में क्यों...
भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट मैच में ड्यूक्स गेंद को लेकर विवाद थमा नहीं। गेंदबाजों के लिए मददगार मानी जाने वाली इंग्लैंड की यह गेंद इस सीरीज़ और खासकर लॉर्ड्स टेस्ट में बार-बार बदलाव के कारण लगातार विवादों में रही। इसे लेकर गेंद बनाने वाली कंपनी पर कड़े सवाल भी उठे। लेकिन मैच के दौरान गेंद बदलने को लेकर कुछ ऐसा हुआ, जिसके चलते अंपायर निशाने पर आ गए और कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री ने भी उन पर हमला बोल दिया।
यह घटना लॉर्ड्स टेस्ट मैच के तीसरे दिन टीम इंडिया की बल्लेबाजी के दौरान हुई, जिस पर कमेंट्री टीम नाराज हो गई। हुआ यूं कि दिन के पहले सत्र में एक घंटे का खेल हो चुका था और ऐसे में नियमों के मुताबिक अंपायरों ने ड्रिंक्स ब्रेक की घोषणा कर दी। हर बार की तरह इस बार भी यह ब्रेक 5 मिनट का था और फिर खेल जारी रहना था। लेकिन ब्रेक खत्म होते ही अंपायरों ने गेंद बदलने का फैसला कर लिया।
इससे शास्त्री और वार्ड अंपायरों पर भड़क गए।
"What was that not decided at the start of the drinks break?" ⌚️
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) July 12, 2025
"It's common sense what you're saying. It's basic!" 🤷♂️ pic.twitter.com/Q431g2HpR1
अंपायरों ने गेंद बदलने का फैसला तभी किया जब इंग्लिश टीम एक ऐसी गेंद फेंक रही थी जिसका आकार बिगड़ गया था। लेकिन उनके साथ कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री और इयान वार्ड ने समय को लेकर सवाल उठाए। वार्ड ने इसकी शुरुआत की और अंपायरों को घेरते हुए पूछा कि गेंद बदलने की प्रक्रिया ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान क्यों नहीं की गई। मशहूर कमेंटेटर ने ज़ोर देकर कहा कि अगर यह सारा काम ब्रेक के दौरान किया गया होता, तो बेवजह अतिरिक्त समय बर्बाद नहीं होता। ब्रेक के बाद दूसरी गेंद चुनने में लगभग दो से ढाई मिनट का समय लग गया।
वहीं, रवि शास्त्री ने भी अंपायरों के इस रवैये को खराब बताया। इतना ही नहीं, उन्होंने इस बात पर भी हैरानी जताई कि चौथे अंपायर द्वारा रिप्लेसमेंट के लिए लाई गई गेंदों में से 5 गेंदें गेंद की शेप जांचने वाले उपकरण से होकर नहीं गुजर रही थीं। यहां शास्त्री ने पूरी प्रक्रिया पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि अगर ये 5 गेंदें सही आकार की नहीं थीं, तो इन्हें बॉक्स में क्यों रखा गया। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि इससे समय की भी बर्बादी होती है।
गेंद बदलने के कारण काफी समय बर्बाद हुआ
लॉर्ड्स टेस्ट के पहले और दूसरे दिन गेंद को लेकर काफी ड्रामा हुआ, जिसके कारण मैच के दोनों दिन 90 ओवर पूरे नहीं हो पाए। खासकर दूसरे दिन तो काफी हंगामा हुआ और इसी वजह से भारतीय कप्तान शुभमन गिल और अंपायर के बीच बहस भी हुई। टीम इंडिया को महज 18 ओवरों में दो बार गेंद बदलनी पड़ी। वहीं, इंग्लैंड ने भी अपनी गेंदबाजी के दौरान बदलाव की मांग की और गेंद की जांच करवाई। इस वजह से दूसरे दिन सिर्फ 75 ओवर ही फेंके जा सके।

