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Mitchell Starc ने रचा इतिहास, अपने 100वें टेस्‍ट में तोड़ डाला बड़ा रिकॉर्ड; दुनिया के ऐसे पहले खिलाड़ी बने

Mitchell Starc ने रचा इतिहास, अपने 100वें टेस्ट में तोड़ डाला बड़ा रिकॉर्ड; दुनिया के ऐसे पहले खिलाड़ी बने
Mitchell Starc ने रचा इतिहास, अपने 100वें टेस्‍ट में तोड़ डाला बड़ा रिकॉर्ड; दुनिया के ऐसे पहले खिलाड़ी बने

जमैका के किंग्स्टन में खेले गए तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 176 रनों से हरा दिया। 204 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम 27 रनों पर ऑलआउट हो गई। यह टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर रहा। वहीं, यह वेस्टइंडीज का टेस्ट में सबसे कम स्कोर रहा। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया। अपना 100वां टेस्ट खेल रहे मिशेल स्टार्क ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में छह विकेट लिए। उन्होंने अपने पहले स्पेल में 15 गेंदों पर पांच विकेट लिए। इसके साथ ही उन्होंने 78 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। वहीं, स्कॉट बोलैंड ने भी हैट्रिक ली और ग्लेन मैक्ग्रा और पीटर सेडन जैसे दिग्गज गेंदबाजों की सूची में शामिल हो गए।

स्टार्क सबसे तेज पांच विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। स्टार्क ने अपने पहले ओवर की पहली, पांचवीं और आखिरी गेंदों पर विकेट लिए। इसके बाद उन्होंने अपने तीसरे ओवर की पहली और तीसरी गेंद पर विकेट लेकर एक पारी में पांच विकेट पूरे किए। यह टेस्ट इतिहास का सबसे तेज़ अर्धशतक है। ऐसा करते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ एर्नी टोशैक द्वारा 1947 में बनाया गया रिकॉर्ड तोड़ दिया। एर्नी ने भारत के खिलाफ़ 19 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था। स्टार्क ने नौ रन देकर छह विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच ढाई दिन में 176 रनों से जीतकर सीरीज़ 3-0 से अपने नाम कर ली।

एक समय वेस्टइंडीज़ पर टेस्ट क्रिकेट के सबसे कम स्कोर पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन खराब क्षेत्ररक्षण का फायदा उठाकर वे न्यूज़ीलैंड के 26 रनों के विश्व रिकॉर्ड से एक रन आगे निकलने में कामयाब रहे। स्टार्क ने अपने करियर में 15वीं बार एक पारी में पाँच या उससे ज़्यादा विकेट लिए। बाएँ हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट भी पूरे किए। उन्होंने वेस्टइंडीज़ की दूसरी पारी की पहली गेंद पर एक विकेट और पहले ओवर में तीन विकेट लिए।

टेस्ट मैचों में सबसे तेज़ पाँच विकेट की पारी (गेंदों के हिसाब से)
गेंदबाज़ वर्ष में उनके विरुद्ध ली गई गेंदें
मिशेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया) 15 वेस्टइंडीज 2025
अर्नी टोशैक (ऑस्ट्रेलिया) 19 भारत 1947
स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड) 19 ऑस्ट्रेलिया 2015
स्कॉट बोलैंड (ऑस्ट्रेलिया) 19 इंग्लैंड 2021
शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया) 21 दक्षिण अफ्रीका 2011
वेस्टइंडीज के शीर्ष छह बल्लेबाज़ों ने कुल मिलाकर सिर्फ़ छह रन बनाए। उनके सात बल्लेबाज़ खाता भी नहीं खोल पाए। जस्टिन ग्रीव्स ने अपनी टीम के लिए सर्वाधिक 11 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट 159 रनों से और दूसरा 133 रनों से जीता, इस प्रकार फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी। मैन ऑफ़ द मैच चुने गए स्टार्क ने कहा, "यह एक शानदार सीरीज़ थी। पूरे मैच के दौरान बल्लेबाज़ों के लिए परिस्थितियाँ बहुत अच्छी नहीं थीं। ऐसी परिस्थितियों में, दूधिया रोशनी में कठोर गुलाबी गेंद से खेलना आसान नहीं होता, लेकिन हमें यकीन नहीं था कि मैच इतनी जल्दी खत्म हो जाएगा।" स्टार्क ने लगातार गेंदों पर केवल एंडरसन और ब्रैंडन किंग को आउट किया, लेकिन हैट्रिक का मौका चूक गए। स्टार्क 400 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बाएँ हाथ के तेज़ गेंदबाज़ और कुल मिलाकर चौथे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ बने।

ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में सबसे ज़्यादा विकेट
गेंदबाज़ विकेट पारी
शेन वार्न 708 273
ग्लेन मैक्ग्रा 563 243
नाथन लियोन 562 259
मिशेल स्टार्क 402 192
डेनिस लिली 355 132

इसी दौरान, बोलैंड ने जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ़ और जोमेल वारिक के विकेट लेकर अपनी हैट्रिक पूरी की। यह किसी ऑस्ट्रेलियाई द्वारा ली गई 10वीं टेस्ट हैट्रिक है। बोलैंड ने दो रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं, 2000 के बाद से केवल तीन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने टेस्ट में हैट्रिक ली है। बोलैंड के अलावा मैक्ग्रा और सिडल ने ऐसा किया है। मैक्ग्रा ने 2000 में वेस्टइंडीज के खिलाफ यह कारनामा किया था। वहीं, पीटर सिडल ने 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ हैट्रिक ली थी। बोलैंड पिंक बॉल टेस्ट यानी डे-नाइट टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने।

टेस्ट क्रिकेट में वेस्टइंडीज का यह न्यूनतम स्कोर है। इसने 2004 में इसी मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ बनाए गए 47 रन के स्कोर को पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 225 रन बनाए थे, जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 143 रन पर ऑलआउट हो गई थी। वेस्टइंडीज के कप्तान रोस्टन चेज ने कहा कि इस तरह से सीरीज का अंत होना बेहद निराशाजनक है। उन्होंने कहा, "हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और पूरी श्रृंखला में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया, लेकिन हमारे बल्लेबाज उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।"

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