जोश हेजलवुड को आखिरी ओवर में ठोके 22 रन, फिर भी शशांक सिंह नहीं दिला पाये जीत, सारी मेहनत हो गई बेकार?

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आखिरकार आरसीबी ने वो कर दिखाया जिसका उनके फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। 18 साल के इंतजार के बाद बैंगलोर ने अपनी पहली आईपीएल ट्रॉफी जीत ली है। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रजत पाटीदार की कप्तानी में बैंगलोर ने ये उपलब्धि हासिल की।
फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का सामना पंजाब किंग्स से हुआ। पहले क्वालीफायर में पंजाब को 8 विकेट से हराने के बाद आरसीबी ने फाइनल में भी उन्हें 6 रन से हराया। पंजाब किंग्स की बात करें तो उनके लिए ये सीजन कमाल का रहा है। पंजाब ने 11 साल बाद प्लेऑफ और आईपीएल खेला। वो ट्रॉफी जीतने से बस एक कदम दूर थी। हालांकि, पंजाब ने फाइनल जीतने के लिए अपना सबकुछ झोंक दिया।
विस्फोटक बल्लेबाज शशांक सिंह अंत तक लड़े। उन्होंने हार नहीं मानी। लेकिन, शशांक अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। जोश हेजलवुड ने बनाए 22 रन पंजाब किंग्स को आखिरी ओवर में जीत के लिए 29 रन चाहिए थे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से जोश हेजलवुड जब गेंदबाजी करने आए तो शशांक सिंह स्ट्राइक पर थे। शशांक अपनी टीम को मैच नहीं जिता सके। लेकिन आखिरी ओवर में उन्होंने 22 रन बनाए. अगर पहली 2 गेंदें बाउंड्री होतीं तो पंजाब किंग्स के पास लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद होती.
हालांकि, शशांक सिंह ने पूरी मेहनत की. उन्होंने 30 गेंदों की अपनी पारी में 3 चौके और 6 छक्के की मदद से नाबाद 61 रन बनाए, जिसमें उन्होंने 203.33 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की. लेकिन, पंजाब किंग्स के हारने के बाद उनकी इस शानदार पारी के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है. शायद आज से 10 साल बाद किसी को याद भी नहीं रहेगा कि शशांक ने फाइनल में इतनी शानदार पारी खेली थी.