तेज गेंदबाजी का जुनून आज भी कायम, इंजेक्शन लेकर गेंदबाज़ी करते हैं इरफान पठान, खुद किया बड़ा खुलासा

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान आज भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों, लेकिन उनका तेज गेंदबाजी के प्रति जुनून आज भी कम नहीं हुआ है। इस वक्त इरफान भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज की ब्रॉडकास्ट टीम का हिस्सा हैं और कमेंट्री बॉक्स से दर्शकों को क्रिकेट का विश्लेषण दे रहे हैं। लेकिन कमेंट्री के दौरान उन्होंने एक ऐसा खुलासा किया है जिसने सभी को चौंका दिया है।
पूर्व क्रिकेटर अजय जडेजा और एंकर गौरव कपूर के साथ बातचीत करते हुए इरफान पठान ने बताया कि उन्हें तेज गेंदबाजी इतनी पसंद है कि वे आज भी खेलते समय घुटनों में इंजेक्शन लगवाते हैं। इरफान ने कहा,
"मेरे घुटनों में तकलीफ है, लेकिन मैं साल में दो बार इंजेक्शन लगवाता हूं ताकि तेज गेंदबाजी कर सकूं। मैं चाहता हूं कि जब भी मैदान पर उतरूं, तो वही जुनून और स्पीड रहे जो पहले थी।"
इरफान का यह बयान सिर्फ उनके खेल के प्रति समर्पण को ही नहीं दर्शाता, बल्कि यह भी बताता है कि एक सच्चा खिलाड़ी कभी खेल से दूर नहीं होता — चाहे शरीर साथ दे या न दे।
40 साल की उम्र में भी इरफान पठान का गेंदबाजी करने का जज़्बा उन्हें आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा बनाता है। जहां ज़्यादातर खिलाड़ी रिटायरमेंट के बाद आरामदायक जीवन को चुनते हैं, वहीं इरफान अब भी क्रिकेट मैदान पर अभ्यास करते हैं, और कभी-कभी फ्रेंडली मैचों या लेजेंड्स लीग जैसे आयोजनों में भाग लेते हैं।
इरफान ने कहा कि तेज गेंदबाजी आसान नहीं है, यह शरीर पर दबाव डालती है, खासकर जब उम्र बढ़ने लगे। लेकिन अगर आपके अंदर जुनून हो, तो शरीर की सीमाएं भी आपको नहीं रोक सकतीं।
फैंस और क्रिकेटप्रेमी इरफान के इस खुलासे से भावुक हो गए हैं। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ‘जुनून का पर्याय’ और ‘सच्चा क्रिकेट योद्धा’ बता रहे हैं।
गौरतलब है कि इरफान पठान ने भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी20 मुकाबले खेले हैं। अपनी स्विंग गेंदबाजी और बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने कई यादगार जीत दिलाई हैं, जिनमें 2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में उनकी भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता।