आईपीएल 2025 टिकट घोटाला: हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष जगन मोहन राव सीआईडी की गिरफ्त में
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के अध्यक्ष जगन मोहन राव को बुधवार को राज्य अपराध जांच विभाग (CID) ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर आईपीएल 2025 के टिकट वितरण में भारी गड़बड़ियों, जालसाजी और वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगे हैं। यह गिरफ्तारी शहर में क्रिकेट प्रशासन को लेकर उठते सवालों के बीच एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, आईपीएल 2025 सीजन के दौरान हैदराबाद में खेले गए मैचों के टिकट वितरण में बड़े पैमाने पर हेराफेरी की गई। जांच में सामने आया कि हजारों टिकटों को अवैध तरीके से बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा गया, जिससे एचसीए को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ और आम दर्शकों को टिकट नहीं मिल सके।
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि एचसीए अध्यक्ष जगन मोहन राव ने न सिर्फ इस घोटाले में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई, बल्कि दस्तावेजों में भी हेरफेर की। सीआईडी के अनुसार, उन्होंने कई टिकटों के रिकॉर्ड में जानबूझकर बदलाव किए और कुछ निजी दलालों के जरिए टिकट ब्लैक मार्केट में बेचवाए।
गिरफ्तारी के बाद सीआईडी ने राव से लंबी पूछताछ की और उनके कार्यालय से कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले में और भी कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

इस घटना के बाद हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में हड़कंप मच गया है। विपक्षी खेमे ने एचसीए में वर्षों से चले आ रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। क्रिकेट प्रशंसकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी नाराजगी जताते हुए कहा है कि क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया है।
वहीं, जगन मोहन राव के वकील ने गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि एचसीए अध्यक्ष को बिना ठोस सबूतों के फंसाया जा रहा है और जल्द ही न्यायालय में जमानत याचिका दायर की जाएगी।
बता दें कि हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन पहले भी विवादों में रहा है। बीते वर्षों में प्रशासनिक भ्रष्टाचार, चयन में पक्षपात और वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कई बार एचसीए चर्चा में आ चुका है।
अब जब सीआईडी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्रिकेट प्रेमियों का भरोसा फिर से बहाल करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या यह कार्रवाई किसी व्यापक सुधार की शुरुआत बनेगी या सिर्फ एक राजनीतिक कार्रवाई बनकर रह जाएगी।

