IND vs ENG: लॉर्ड्स में भारत की हार की बड़ी वजह आई सामने, इस बलंडर से गंवाया मैच
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर भारतीय टीम 22 रनों से हार गई। चौथे दिन के आखिरी घंटे तक भारतीय टीम जीत की राह पर दिख रही थी, लेकिन पाँचवें दिन इंग्लैंड ने यह मैच जीत लिया। इंग्लिश टीम अब टेस्ट सीरीज़ में आगे चल रही है। यह टीम टेस्ट सीरीज़ में 2-1 से आगे चल रही है। सवाल यह है कि टीम इंडिया यह मैच कैसे हार गई? लॉर्ड्स की जंग अंग्रेज़ कैसे जीत गए? आइए आपको बताते हैं भारतीय टीम की हार की वजह
शुभमन गिल बस लड़ते रहे
टीम इंडिया की हार की सबसे बड़ी वजह शुभमन गिल का रवैया रहा। पिछले दो टेस्ट मैचों में दो शतक और एक दोहरा शतक लगाने वाले शुभमन गिल ने लॉर्ड्स टेस्ट में रन बनाने के अलावा सब कुछ किया। कभी वह इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों से लड़ते दिखे तो कभी अंपायरों पर गुस्सा करते दिखे। बल्लेबाज़ी की बात करें तो गिल ने पहली पारी में 16 रन बनाए और दूसरी और सबसे अहम पारी में उनके बल्ले से सिर्फ़ 6 रन निकले।
ऋषभ पंत की गलती
टीम इंडिया की हार का एक और बड़ा कारण ऋषभ पंत का रन-आउट होना था। पंत ने पहली पारी में शानदार 74 रन बनाए थे, लेकिन केएल राहुल के शतक के लिए वह रन-आउट हो गए। पंत के रन-आउट होने से टीम इंडिया को काफी नुकसान हुआ। भारतीय टीम पहली पारी में इंग्लैंड पर बड़ी बढ़त ले सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। भारत और इंग्लैंड दोनों ही 387 रन ही बना सके।
63 रन टीम इंडिया के लिए महंगे साबित हुए
माना जाता है कि टीम इंडिया आक्रामक अंदाज में खेलती है, लेकिन लॉर्ड्स में अत्यधिक आक्रामकता टीम की हार का कारण बनी। केएल राहुल, रवींद्र जडेजा, नितीश रेड्डी, शुभमन गिल, मोहम्मद सिराज सभी इंग्लैंड के खिलाड़ियों से भिड़ने में व्यस्त थे और अंत में टीम इंडिया मैच हार गई। इतना ही नहीं, भारतीय गेंदबाजों ने दो पारियों में कुल 63 अतिरिक्त रन दिए, जो इंग्लैंड के रनों से दोगुने थे। अंत में यही रन जीत और हार का अंतर बने।
वो 4 विकेट...
पहली पारी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के बराबर 387 रन बनाए। ये रन और भी ज़्यादा हो सकते थे, लेकिन भारतीय टीम ने पहली पारी में आखिरी 4 विकेट सिर्फ़ 11 रन पर गंवा दिए। टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाज़ों ने ज़्यादा योगदान नहीं दिया, जिसका खामियाज़ा टीम को भुगतना पड़ा।
केएल राहुल की गलती
केएल राहुल ने पहली पारी में इंग्लैंड के विकेटकीपर जेमी स्मिथ का कैच छोड़ दिया। उस समय यह खिलाड़ी सिर्फ़ पाँच रन पर खेल रहा था। इस जीवनदान के बाद जेमी स्मिथ ने 46 रन और जोड़े और 51 रनों की पारी खेली, जिसकी बदौलत इंग्लैंड 387 रनों तक पहुँच पाया।

