IND vs ENG: महज एक मुलाकात…शुभमन गिल से मिलने के बाद आई ‘क्रांति’, एक ही मैच में किया ये बड़ा कारनामा
शुभमन गिल की टीम इंडिया भले ही इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ 1-2 से हार गई हो। लेकिन भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वहाँ अपने दबदबे की कहानी पूरी तरह से लिख दी है। टी20 के बाद अब उसने वनडे सीरीज़ पर भी कब्ज़ा कर लिया है। भारतीय महिला टीम ने 3 वनडे मैचों की सीरीज़ 2-1 से जीत ली। इस सीरीज़ जीत में भारत की तेज़ गेंदबाज़ क्रांति गौर का सबसे अहम योगदान रहा। अपने नाम की तरह ही उन्होंने अपने काम से भी इंग्लैंड में क्रांति ला दी। 21 साल की इस भारतीय गेंदबाज़ ने इंग्लैंड के 9 बल्लेबाज़ों को अपना शिकार बनाया। इस कामयाबी के बाद, वह वनडे सीरीज़ की सबसे सफल गेंदबाज़ बन गईं।
टीम इंडिया तक का सफ़र आसान नहीं था
हालांकि, इंग्लैंड में अपनी गेंद से क्रांति लाने वाली इस भारतीय गेंदबाज़ का टीम इंडिया तक का सफ़र आसान नहीं था। टीम इंडिया की जर्सी पहनने और भारत को गौरवान्वित करने से पहले, उन्हें ज़िंदगी के हर मोड़ पर संघर्ष करना पड़ा। क्रांति गौर और उनके परिवार को भी गुज़ारा करने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
दूसरों से भीख मांगनी पड़ी
बीसीसीआई ने क्रांति गौर का एक इंटरव्यू प्रकाशित किया है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के संघर्षों के बारे में खुलकर बात की है। इसमें उन्होंने बताया कि बुरे वक्त में उन्हें दूसरों से भीख मांगनी पड़ी थी। क्रांति गौर आगे कहती हैं कि उनके पिता की नौकरी चली गई थी। उनके भाई का काम भी ठीक नहीं चल रहा था। उन बुरे हालातों में उन्होंने अपनी माँ के गहने बेचकर किसी तरह घर चलाया। सामने आए इंटरव्यू में उन्होंने क्रिकेटर बनने के अपने सफर के बारे में भी बताया।
शुरुआती दो मैचों में विकेट न लेने पर गिल से हुई मुलाकात
क्रांति गौर ने इसी साल मई में श्रीलंका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। कोलंबो में खेले गए उस वनडे मैच में क्रांति को कोई विकेट नहीं मिला था। इसके बाद जुलाई 2025 में उन्होंने बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 में पदार्पण किया, लेकिन उसमें भी उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। लगातार दो डेब्यू में असफल रहने के बाद क्रांति गौर की इंग्लैंड में ही शुभमन गिल से मुलाकात हुई। क्रांति गौर ने इंस्टाग्राम पर शुभमन गिल से मुलाकात की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं।
शुभमन गिल से मुलाकात के बाद गेंदबाजी में 'क्रांति'
15 जुलाई को क्रांति गौर की मुलाकात शुभमन गिल से हुई और 16 जुलाई से उनकी किस्मत बदलने लगी। नतीजा यह हुआ कि अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के शुरुआती दो मैचों में विकेट लेने में नाकाम रहीं क्रांति गौर ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के 3 मैचों में 15.11 की औसत से 9 विकेट लिए। इनमें से 6 विकेट उन्होंने अकेले आखिरी मैच में लिए, जिससे सीरीज का फैसला होना था।

