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हेडिंग्ले टेस्ट में ऋषभ पंत को आईसीसी की फटकार, आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप

हेडिंग्ले टेस्ट में ऋषभ पंत को आईसीसी की फटकार, आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
हेडिंग्ले टेस्ट में ऋषभ पंत को आईसीसी की फटकार, आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने पर आधिकारिक चेतावनी दी गई है। पंत ने इस मैच में बल्ले से जोरदार प्रदर्शन करते हुए दो शानदार शतक जमाए, लेकिन उनके मैदान पर आचरण को लेकर विवाद खड़ा हो गया।

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ऋषभ पंत को खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए लागू आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन करते हुए पाया गया है। यह अनुच्छेद अंपायर के किसी निर्णय पर असहमति प्रकट करने या उसे सार्वजनिक रूप से चुनौती देने से संबंधित है।

बताया गया है कि इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान एक फैसले के प्रति पंत ने अप्रिय प्रतिक्रिया व्यक्त की थी, जिसे मैदान पर मौजूद अंपायरों ने अनुचित माना। इस व्यवहार को लेकर उन्हें आधिकारिक रूप से फटकार लगाई गई है, हालांकि यह उल्लंघन आचार संहिता के सबसे निचले स्तर — लेवल 1 — के अंतर्गत आता है, जिससे उन्हें मैच फीस का कोई नुकसान नहीं हुआ है और न ही कोई अंक कटे हैं।

आईसीसी के मुताबिक, लेवल 1 के उल्लंघन पर आम तौर पर मौखिक चेतावनी या आधिकारिक फटकार दी जाती है। यह पहला मौका नहीं है जब किसी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को इस तरह की चेतावनी दी गई हो, लेकिन जब यह मामला भारतीय क्रिकेट के तेज-तर्रार खिलाड़ी ऋषभ पंत जैसा बड़ा नाम हो, तो यह और अधिक चर्चा में आ जाता है।

ऋषभ पंत इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने हेडिंग्ले टेस्ट में पहली और दूसरी दोनों पारियों में शतक जड़कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। उनके इन शतकों ने न केवल मैच की दिशा बदली, बल्कि उनकी बल्लेबाजी क्षमता को भी एक बार फिर साबित किया। हालांकि उनके आचरण ने इस प्रदर्शन की चमक पर हल्का सा दाग जरूर छोड़ा है।

भारतीय टीम प्रबंधन की ओर से इस विषय पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन यह उम्मीद की जा रही है कि पंत को भविष्य में मैदान पर और संयमित रहने की सलाह दी जाएगी।

क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि ऐसे उच्च दबाव वाले मुकाबलों में खिलाड़ी भावनाओं में बह जाते हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुशासन सर्वोपरि होता है। ऋषभ पंत जैसे अनुभवी खिलाड़ी से उम्मीद की जाती है कि वे अपने प्रदर्शन के साथ-साथ अपने आचरण में भी आदर्श प्रस्तुत करें।

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