‘मैं अकेला रो रहा था’ IPL 2025 में CSK की बुरी हालत से पुरी तरह टूट गए आर अश्विन, क्रिकेटर ने खुद किया चौंकाने वाला खुलासा

क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। 14 मैचों में से सीएसके सिर्फ 4 मैचों में जीत का स्वाद चख सकी, जबकि 10 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा। टीम का बल्लेबाजी क्रम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सका और न ही टीम के गेंदबाजों ने अपना रंग दिखाया। चेन्नई ने आर अश्विन पर भी बड़ा दांव खेला, लेकिन उन्होंने भी अपने प्रदर्शन से काफी निराश किया। इंडियन प्रीमियर लीग के 18वें सीजन में सीएसके की खराब हालत को लेकर एक फैन ने सोशल मीडिया पर अश्विन पर निशाना साधा।
फैन ने अश्विन से चेन्नई टीम छोड़ने का अनुरोध किया
अब इसे लेकर अश्विन का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वह इस सीजन में चेन्नई के फ्लॉप शो से काफी दुखी हैं। अश्विन ने कहा कि वह एक कोने में बैठकर अकेले रो रहे हैं। अकेले बैठकर रो रहे थे अश्विन एक फैन ने अश्विन के लिए सोशल मीडिया पर लिखा, "हाय डियर अश्विन। ढेर सारे प्यार के साथ मैं आपसे कहना चाहता हूं कि कृपया मेरे प्यारे सीएसके परिवार को छोड़ दें।" आर अश्विन ने यूट्यूब चैनल पर लाइव सेशन में बोलते हुए इस सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा, "मैं इस संदेश के पीछे छिपे प्यार को समझ सकता हूं। मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं भी टीम की तहे दिल से परवाह करता हूं। मैं इस अभियान को खराब नहीं होने देना चाहता था। मैंने कड़ी मेहनत की और मुझे पता है कि मुझे कहां सुधार करना है। हालांकि, मैंने पावरप्ले के अंदर काफी रन लुटाए।
अगले सीजन में मैं अपनी गेंदबाजी में और विविधता लाऊंगा। अगर मुझे गेंद दी जाती है, तो मैं गेंदबाजी करूंगा। अगर मुझे बल्लेबाजी करने के लिए कहा जाता है, तो मैं बल्लेबाजी करूंगा। मैं टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं।" अश्विन ने आगे कहा, "मैं 2009 से सीएसके के साथ हूं और सात साल से इस टीम के लिए खेल रहा हूं। मैंने इस टीम के साथ सफलता देखी है और यह पहली बार है जब मुझे इतना दर्द हुआ है। इसलिए मैं अकेले बैठकर रो रहा था। मुझे इस टीम की बहुत परवाह है, शायद इससे ज्यादा कि कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।"
बुरी तरह फ्लॉप रही सीएसके
आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। रुतुराज गायकवाड़ के बाहर होने के बाद एमएस धोनी ने भी टीम की कमान संभाली, लेकिन वे सीएसके की किस्मत नहीं बदल सके। बल्लेबाजी में टीम का शीर्ष और मध्यक्रम बुरी तरह विफल रहा। वहीं गेंदबाजों ने भी इस सीजन में खुलकर रन लुटाए।