हेडिंग्ले टेस्ट अपने चरम पर, अंपायरिंग फैसलों को लेकर उठा विवाद

भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। दोनों टीमों ने पहली पारियों में दमदार प्रदर्शन किया है और मुकाबला अब पूरी तरह से बराबरी पर नजर आ रहा है। जहां भारत ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 471 रन बनाए, वहीं इंग्लैंड ने भी कड़ी टक्कर देते हुए 461 रन जड़ दिए। अब मैच की दूसरी पारी में एक बार फिर टीम इंडिया ने सधी हुई शुरुआत की है, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प बन गया है।
हालांकि, इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान मैदान पर एक विवादास्पद स्थिति भी देखने को मिली, जिसने मैच के माहौल को कुछ देर के लिए गरमा दिया। भारतीय खिलाड़ियों ने अंपायर क्रिस गफ्फनी से बार-बार शिकायत की कि गेंद की स्थिति बिगड़ चुकी है और उसे बदला जाना चाहिए, लेकिन अंपायर ने हर बार गेंद बदलने से इनकार कर दिया। इस फैसले से भारतीय खिलाड़ी visibly नाराज़ दिखे।
कप्तान शुभमन गिल, विकेटकीपर ऋषभ पंत और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कई बार अंपायर से बातचीत की और गेंद की हालत की ओर इशारा किया। खिलाड़ियों का मानना था कि गेंद की सीम घिस चुकी है और उसका स्वाभाविक मूवमेंट रुक गया है, जिससे गेंदबाजों को नुकसान हो रहा था। हालांकि अंपायर गफ्फनी ने गेंद को खेलने योग्य मानते हुए उसे नहीं बदला।
सबसे अधिक नाराज़गी उस वक्त देखने को मिली जब ऋषभ पंत ने एक अपील के बाद झुंझलाकर गेंद को जमीन पर फेंक दिया। यह दृश्य कैमरों में भी कैद हुआ और सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा। बुमराह भी अंपायर से निराश दिखाई दिए, क्योंकि उनके जैसे गेंदबाजों के लिए एक सही गेंद का होना बेहद जरूरी होता है, खासकर स्विंग के अनुकूल परिस्थितियों में।
क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी इस विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट में जब गेंद की स्थिति सामान्य नहीं रह जाती, तो उसे बदलना खेल की निष्पक्षता के लिए जरूरी हो जाता है। पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान ने कहा, "यदि खिलाड़ी इतने स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि गेंद सामान्य नहीं है, तो अंपायरों को खिलाड़ियों की बात को प्राथमिकता देनी चाहिए।"
अब जब मुकाबला निर्णायक मोड़ पर है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह गेंद विवाद मैच के नतीजे पर कोई असर डालेगा या नहीं। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने फिर से मजबूत पकड़ बनानी शुरू कर दी है और इंग्लिश गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
लेकिन यह बात तय है कि अंपायर के इस फैसले ने खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को असंतुष्ट जरूर किया है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बहस छिड़ सकती है।
भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेला जा रहा पहला टेस्ट मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है। दोनों टीमों ने पहली पारियों में दमदार प्रदर्शन किया है और मुकाबला अब पूरी तरह से बराबरी पर नजर आ रहा है। जहां भारत ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 471 रन बनाए, वहीं इंग्लैंड ने भी कड़ी टक्कर देते हुए 461 रन जड़ दिए। अब मैच की दूसरी पारी में एक बार फिर टीम इंडिया ने सधी हुई शुरुआत की है, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प बन गया है।
हालांकि, इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान मैदान पर एक विवादास्पद स्थिति भी देखने को मिली, जिसने मैच के माहौल को कुछ देर के लिए गरमा दिया। भारतीय खिलाड़ियों ने अंपायर क्रिस गफ्फनी से बार-बार शिकायत की कि गेंद की स्थिति बिगड़ चुकी है और उसे बदला जाना चाहिए, लेकिन अंपायर ने हर बार गेंद बदलने से इनकार कर दिया। इस फैसले से भारतीय खिलाड़ी visibly नाराज़ दिखे।
कप्तान शुभमन गिल, विकेटकीपर ऋषभ पंत और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कई बार अंपायर से बातचीत की और गेंद की हालत की ओर इशारा किया। खिलाड़ियों का मानना था कि गेंद की सीम घिस चुकी है और उसका स्वाभाविक मूवमेंट रुक गया है, जिससे गेंदबाजों को नुकसान हो रहा था। हालांकि अंपायर गफ्फनी ने गेंद को खेलने योग्य मानते हुए उसे नहीं बदला।
सबसे अधिक नाराज़गी उस वक्त देखने को मिली जब ऋषभ पंत ने एक अपील के बाद झुंझलाकर गेंद को जमीन पर फेंक दिया। यह दृश्य कैमरों में भी कैद हुआ और सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा। बुमराह भी अंपायर से निराश दिखाई दिए, क्योंकि उनके जैसे गेंदबाजों के लिए एक सही गेंद का होना बेहद जरूरी होता है, खासकर स्विंग के अनुकूल परिस्थितियों में।
क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी इस विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट में जब गेंद की स्थिति सामान्य नहीं रह जाती, तो उसे बदलना खेल की निष्पक्षता के लिए जरूरी हो जाता है। पूर्व भारतीय गेंदबाज इरफान पठान ने कहा, "यदि खिलाड़ी इतने स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि गेंद सामान्य नहीं है, तो अंपायरों को खिलाड़ियों की बात को प्राथमिकता देनी चाहिए।"
अब जब मुकाबला निर्णायक मोड़ पर है, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह गेंद विवाद मैच के नतीजे पर कोई असर डालेगा या नहीं। दूसरी पारी में टीम इंडिया ने फिर से मजबूत पकड़ बनानी शुरू कर दी है और इंग्लिश गेंदबाजों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
लेकिन यह बात तय है कि अंपायर के इस फैसले ने खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को असंतुष्ट जरूर किया है, और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और बहस छिड़ सकती है।