ENG vs IND: ‘बिगड़ैल बच्चे जैसी हरकत’- संजय मांजरेकर ने बेन स्टोक्स पर निशाना साधा
शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के शतकों की बदौलत भारत ने मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया। इंग्लैंड ने भारत के पहली पारी के 358 रनों के जवाब में 669 रन बनाए थे। दूसरी पारी में 311 रनों से पिछड़ने के बावजूद, भारत ने दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाजी दिखाई और 143 ओवर में चार विकेट पर 425 रन बनाए। कप्तान गिल की अगुवाई में टीम ने शानदार बल्लेबाजी की, लेकिन बिना कोई रन बनाए दो विकेट गंवा दिए। गिल ने 103 रन बनाने के अलावा, केएल राहुल (90) के साथ 188 रनों की साझेदारी कर भारत को मैच में वापस ला दिया, जिसके बाद जडेजा (नाबाद 107) और सुंदर (नाबाद 101) ने इंग्लिश गेंदबाजों को रोके रखा।
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के रोमांचक चौथे टेस्ट में उस समय नाटकीय मोड़ आ गया जब जडेजा और सुंदर ने मैच के अंतिम घंटे शुरू होने से पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के ड्रॉ पर सहमत होने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने इस मामले पर स्टोक्स की प्रतिक्रिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्टोक्स को 'बिगड़ा हुआ बच्चा' कहा है। वहीं, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने भी स्टोक्स की प्रतिक्रिया को गलत बताया है।
नासिर हुसैन ने स्टोक्स को गलत बताया
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— Star Sports (@StarSportsIndia) July 27, 2025
नासिर हुसैन ने हैरी ब्रूक को गेंदबाजी पर लाने के स्टोक्स के फैसले को 'बेवकूफी' भरा बताया था। भारत ने चौथा टेस्ट जल्दी खत्म करने के उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था, जिससे स्टोक्स खुश नहीं दिखे। उन्होंने ब्रूक को गेंदबाजी पर लगाकर जानबूझकर फुल-टॉस गेंदें फेंकी थीं। नासिर हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, 'मुझे जडेजा और सुंदर के शतकों से कोई परेशानी नहीं थी। इंग्लैंड की टीम को इससे दिक्कत लग रही थी। वे थोड़े थके हुए थे और इसलिए मैच जल्दी खत्म करना चाहते थे और यह सब थकान में हुआ। हालाँकि, जडेजा और सुंदर ने उस मुकाम तक पहुँचने के लिए कड़ी मेहनत की और वे टेस्ट मैचों में शतक लगाना चाहते थे। स्टोक्स नहीं चाहते थे कि ब्रूक गेंदबाजी करें और अंत में यह फैसला बेवकूफी भरा लगा। हम इन बातों को लेकर बहुत हंगामा करते हैं। जडेजा और सुंदर ने अच्छा खेला और इसका सारा श्रेय भारत को जाता है।'
'देखते हैं कि उस स्थिति में इंग्लैंड क्या करता?'
चेतेश्वर पुजारा ने जब यही सवाल वाशिंगटन सुंदर से पूछा तो उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि टीवी पर जो हुआ उसे सभी ने देखा और सभी ने इसका आनंद लिया।' वहीं, पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजों को मैदान पर रहने का पूरा अधिकार था। मांजरेकर ने कहा कि इंग्लैंड को आखिरी घंटा शुरू होने से पहले ड्रॉ के लिए सहमत हो जाना चाहिए था। मांजरेकर ने कहा कि अगर इंग्लैंड आखिरी घंटे तक इंतजार करता, तो भारतीय बल्लेबाजों को भी ऐसा करने का पूरा अधिकार था। मांजरेकर ने 'जियो हॉटस्टार' पर कहा, 'मुझे लगता है कि बेन स्टोक्स ने अंत में एक बिगड़ैल बच्चे की तरह व्यवहार किया। मैं देखना चाहता हूं कि अगर इंग्लैंड के दो बल्लेबाज टेस्ट शतक के करीब होते तो इंग्लैंड क्या करता?'

