रोहित शर्मा और विराट कोहली को टेस्ट रिटायरमेंट के लिए क्या बोर्ड ने मजबूर किया था, BCCI ने दिया ये जवाब
भारतीय क्रिकेट टीम के दो दिग्गज खिलाड़ियों, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। रोहित ने इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी शेयर कर इसकी जानकारी दी, जबकि चीकू ने एक पोस्ट लिखा। दोनों खिलाड़ियों ने अपना आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेला था।
रोको के एक-दूसरे के इर्द-गिर्द टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि इसके पीछे बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का हाथ हो सकता है। लेकिन, अब दोनों सितारों के संन्यास पर बीसीसीआई की ओर से पहला बयान आया है। बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा है कि किसी को भी संन्यास लेने के लिए मजबूर नहीं किया गया।
विराट-रोहित के संन्यास पर राजीव शुक्ला का बड़ा बयान
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने एएनआई से बात करते हुए कहा, 'मैं यह हमेशा के लिए स्पष्ट कर देना चाहता हूँ। हम सभी रोहित शर्मा और विराट कोहली को याद कर रहे हैं। संन्यास का फैसला रोहित शर्मा और विराट कोहली ने अपनी मर्जी से लिया था। बीसीसीआई की नीति है कि हम कभी किसी खिलाड़ी को संन्यास लेने के लिए नहीं कहते। यह उसका अपना फैसला था।'
राजीव शुक्ला ने आगे कहा, "उन्होंने अपनी मर्ज़ी से संन्यास लिया है। हम उन्हें हमेशा एक बेहतरीन बल्लेबाज़ मानते हैं। यह हमारे लिए बहुत अच्छी बात है कि दोनों वनडे मैचों के लिए उपलब्ध हैं।"
विराट और रोहित का टेस्ट करियर
विराट कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। तब से लेकर अब तक, उन्होंने अपने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे तक 123 टेस्ट मैच खेले और 46.9 की औसत से 9230 रन बनाए। टेस्ट मैचों में कोहली के बल्ले से 30 शतक और 31 अर्धशतक निकले हैं। रोहित शर्मा ने 2013 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 67 मैचों में 40.6 की औसत से 4301 रन बनाए हैं। रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में 12 शतक और 18 अर्धशतक लगाए हैं।

