यशस्वी जायसवाल ने बीच मैदान पर काटा बवाल, अंपायर के आउट देने के बाद भी नहीं लौटे पवेलियन

भारतीय क्रिकेट टीम 20 जून 2025 से इंग्लैंड के दौरे का आगाज़ करने जा रही है, जिसमें उसे पांच टेस्ट मैचों की एक बड़ी और चुनौतीपूर्ण सीरीज खेलनी है। इस दौरे की तैयारी के तहत कुछ खिलाड़ी पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुके हैं और इंडिया ए बनाम इंग्लैंड लायंस के बीच खेले जा रहे अनौपचारिक टेस्ट मैचों में हिस्सा ले रहे हैं। नॉर्थेम्प्टन में चल रहे दूसरे अनौपचारिक टेस्ट में भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। वह मात्र 17 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। जायसवाल इस फैसले से खासे नाराज़ दिखे और उन्होंने मैदान पर ही अपनी नाराजगी जाहिर की।
कैसे आउट हुए जायसवाल?
Jaiswal lbw 17 to Woakes … not sure he necessarily agreed with the decision pic.twitter.com/b3w7dHP5uA
— Ali Martin (@Cricket_Ali) June 6, 2025
भारत ए टीम को इंग्लैंड लायंस के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला। ओपनिंग जोड़ी में केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल उतरे। दोनों ने शुरुआत में संयम से बल्लेबाजी की। जायसवाल ने 26 गेंदों पर 2 चौकों की मदद से 17 रन बनाए। फिर इंग्लैंड के अनुभवी गेंदबाज क्रिस वोक्स की एक अंदर आती गेंद पर उन्हें अंपायर ने एलबीडब्ल्यू आउट दिया। जायसवाल इस फैसले से संतुष्ट नहीं दिखे। वह कुछ सेकेंड तक क्रीज पर खड़े रहे, अंपायर को घूरते रहे और फिर गुस्से में पवेलियन की ओर लौट गए।
अंपायर के फैसले पर गुस्से में दिखे यशस्वी
क्रिकेट के मैदान पर आमतौर पर संयमित दिखने वाले जायसवाल का इस तरह का व्यवहार चौंकाने वाला था। उन्होंने अंपायर के फैसले को नकारा नहीं, लेकिन उनके हावभाव साफ दर्शा रहे थे कि वह फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। सोशल मीडिया पर भी फैंस ने इस घटना पर मिलेजुले रिएक्शन दिए हैं।
🇮🇳 टीम इंडिया के लिए जायसवाल का फॉर्म क्यों है अहम?
यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की है। ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज जैसी टीमों के खिलाफ उन्होंने बेहतरीन पारियां खेली हैं। अब पहली बार वे इंग्लैंड की परिस्थितियों में टेस्ट मैच खेलेंगे, जहां पर गेंदबाजों को खासतौर पर स्विंग और सीम मूवमेंट से मदद मिलती है। इंग्लैंड में बल्लेबाजी करना हमेशा से टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक माना जाता है। इसलिए जायसवाल का फॉर्म भारत के लिए बेहद अहम होगा। ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर उनका रन बनाना न सिर्फ भारत को मजबूत शुरुआत देगा, बल्कि इंग्लैंड के गेंदबाजों पर दबाव भी बना सकेगा।
आगे क्या है रणनीति?
भारतीय टीम मैनेजमेंट इस सीरीज को बेहद गंभीरता से ले रहा है। कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड की पिचों पर अभ्यास को लेकर स्ट्रेटेजिक कैंप्स और प्रैक्टिस मैचों की योजना बनाई है। वहीं, यशस्वी, शुभमन गिल, राहुल, कोहली जैसे बल्लेबाजों पर जिम्मेदारी होगी कि वे रन बनाकर गेंदबाजों के लिए काम आसान करें।
निष्कर्ष
यशस्वी जायसवाल का इंग्लैंड दौरे की शुरुआत में ही फ्लॉप होना और अंपायर के फैसले पर उनकी नाराजगी चर्चा में बनी हुई है। हालांकि, उनका रिकॉर्ड बताता है कि वह चुनौतियों का डटकर सामना करना जानते हैं। आगामी टेस्ट सीरीज में उनका फॉर्म भारत की जीत और सीरीज के परिणाम पर निर्णायक असर डाल सकता है।