भूटान के सोनम येशे ने टी-20 में बनाया विश्व रिकॉर्ड, वीडियो में देखें 4 ओवर में झटके 8 विकेट
भूटान के ऑफ स्पिनर सोनम येशे ने क्रिकेट के इतिहास में अपनी शानदार गेंदबाजी से नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। 22 वर्षीय सोनम येशे ने 26 दिसंबर को म्यांमार के खिलाफ खेले गए तीसरे टी ट्वेंटी इंटरनेशनल मैच में मात्र 4 ओवर में 8 विकेट लेकर टी-20 क्रिकेट के इतिहास में यह अनूठा कारनामा किया। वे टी-20 में 8 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज बन गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, येशे ने अपने कोटे के चार ओवर में केवल 7 रन दिए और इसमें एक मेडन ओवर भी शामिल था। उनकी इकोनॉमी मात्र 1.75 की रही, जो टी-20 क्रिकेट के स्तर पर बेहद कम और असाधारण है। इस प्रदर्शन के दौरान उन्होंने बल्लेबाजों को बारी-बारी से आउट किया और म्यांमार की टीम को संभलने का मौका नहीं दिया।
भूटान क्रिकेट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस उपलब्धि की जानकारी साझा करते हुए लिखा, “यह यादगार स्पेल है। सोनम येशे का 4 ओवर में प्रदर्शन वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया है। उनकी गेंदबाजी ने भूटान क्रिकेट को गर्वित किया है।”
विशेषज्ञों का कहना है कि टी-20 क्रिकेट में इस तरह का प्रदर्शन बेहद दुर्लभ है। आमतौर पर टी-20 में गेंदबाजों को अधिकतर विकेट लेने के लिए 20 ओवर या फिर बल्लेबाजों की गलतियों पर निर्भर रहना पड़ता है। लेकिन येशे ने मात्र 4 ओवर में 8 विकेट लेकर यह साबित कर दिया कि उनकी गेंदबाजी में तकनीक, धैर्य और रणनीति का अद्वितीय मिश्रण है।
मैच के दौरान सोनम येशे की गेंदबाजी ने भूटान टीम को बढ़त दिलाई और म्यांमार को सिर्फ 26 रन पर सिमटने के लिए मजबूर कर दिया। उनके इस प्रदर्शन को देखने के लिए स्टेडियम में मौजूद दर्शक और अन्य खिलाड़ी भी दंग रह गए। क्रिकेट कमेंटेटरों ने भी उनकी गेंदबाजी की जमकर सराहना की और इसे “टी-20 इतिहास का सबसे यादगार प्रदर्शन” बताया।
सोनम येशे की इस उपलब्धि से न केवल भूटान क्रिकेट बल्कि दक्षिण एशियाई क्रिकेट समुदाय में भी उत्साह का माहौल है। युवा खिलाड़ियों के लिए यह प्रेरणा का स्रोत बन गया है कि अच्छी तकनीक और मानसिक मजबूती के साथ कोई भी रिकॉर्ड तोड़ा जा सकता है।
भूटान क्रिकेट बोर्ड ने इस उपलब्धि के बाद कहा कि सोनम येशे को विशेष सम्मान और पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा, उनके करियर को आगे बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें अधिक अवसर प्रदान करने की योजना बनाई जा रही है।
सोनम येशे का यह विश्व रिकॉर्ड क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार रहेगा और टी-20 क्रिकेट के इतिहास में उनका नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा। उनकी गेंदबाजी ने यह साबित कर दिया कि छोटे देशों के खिलाड़ी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।

