लीड्स टेस्ट के बीच टीम इंडिया के लिए खतरे की घंटी, जोफ्रा आर्चर की वापसी से बढ़ी चिंता

भारत और इंग्लैंड के बीच जारी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला भले ही रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है, लेकिन इसी बीच टीम इंडिया के लिए एक बड़ी चिंता सामने आ रही है। लंबे समय से चोटिल चल रहे इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर अब पूर्ण फिटनेस के बेहद करीब हैं और संभवत: 2 जुलाई से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में मैदान पर वापसी कर सकते हैं।
आर्चर की वापसी को लेकर इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड (ECB) से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि वह नेट्स में अच्छी लय में नजर आ रहे हैं और उनकी फिटनेस रिपोर्ट सकारात्मक है। अगर टीम मैनेजमेंट की मंजूरी मिलती है, तो वह दूसरे टेस्ट में टीम का हिस्सा बन सकते हैं।
भारत के लिए क्यों है जोफ्रा आर्चर की वापसी खतरनाक?
जोफ्रा आर्चर की गेंदबाजी में रफ्तार, उछाल और सटीकता का जबर्दस्त मिश्रण है। वह नई और पुरानी दोनों गेंदों से असरदार साबित होते हैं और खासकर एशियाई बल्लेबाजों को परेशान करने का इतिहास रखते हैं। उनके खिलाफ खेलने वाले बल्लेबाजों को सीम मूवमेंट और बाउंसर की वजह से काफी संघर्ष करना पड़ता है।
भारत के कई शीर्ष बल्लेबाज — विशेषकर मध्यक्रम के खिलाड़ी — हालिया दौर में तेज गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए हैं। ऐसे में आर्चर की वापसी टीम इंडिया के लिए एक नई चुनौती साबित हो सकती है।
इंग्लैंड की गेंदबाजी को मिलेगा संतुलन
पहले टेस्ट में इंग्लैंड की गेंदबाजी आक्रमण में गति की कमी महसूस की गई, जिसे जोफ्रा आर्चर भर सकते हैं। उनके आने से न केवल गेंदबाजी लाइन-अप को धार मिलेगी, बल्कि यह कप्तान बेन स्टोक्स को रणनीति में और अधिक लचीलापन भी देगा।
भारत को करनी होगी तैयारी
टीम इंडिया को अब रणनीति बनाते समय जोफ्रा आर्चर के लौटने की संभावना को भी ध्यान में रखना होगा। बल्लेबाजों को तेज रफ्तार और शॉर्ट पिच गेंदों से निपटने के लिए अतिरिक्त तैयारी करनी पड़ सकती है। साथ ही, यह भी देखना होगा कि क्या भारतीय टीम दूसरे टेस्ट से पहले अपनी प्लेयिंग इलेवन में कोई बदलाव करती है या आक्रामक रुख अपनाकर आर्चर को काउंटर करने की योजना बनाती है।