Vaishno Devi Yatra Tips: पहली बार जा रहे हैं माता के दरबार? वीडियो में जाने किन बातों का रखें ध्यान ताकि यात्रा हो सुखद और दर्शन हों दिव्य

हमारे देश में कई चमत्कारी और रहस्यमयी मंदिर हैं। इन्हीं में से एक है जम्मू-कश्मीर हिमालय में स्थित वैष्णो देवी का मंदिर। हिंदू धर्म में इस स्थान की काफी मान्यता है। ऐसे में हर परिवार एक बार वैष्णो देवी के दर्शन करने की इच्छा रखता है। लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू कर दिया था। ऐसे में अचानक वैष्णो देवी यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आने लगी थी। वहीं, अब सब कुछ सामान्य होने के बाद श्रद्धालु फिर से वैष्णो देवी यात्रा की ओर बढ़ने लगे हैं। ऐसे में अगर आप भी वैष्णो देवी जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले कुछ जरूरी बातें जान लें। इससे आपकी यात्रा आसान और सफल होगी और माता वैष्णो देवी के दर्शन से मन प्रसन्न हो जाएगा।
वैष्णो देवी से जुड़े रहस्य और दर्शन के लाभ
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण कुछ समय के लिए वैष्णो देवी यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आने लगी थी। लेकिन अब सब कुछ सामान्य होने के बाद लोग फिर से माता रानी के दर्शन के लिए जाने लगे हैं। वहीं इस समय स्कूली बच्चों की भी छुट्टियां चल रही हैं। ऐसे में आप वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं। वैष्णो देवी जम्मू में त्रिकुटा पहाड़ियों में गुफा के अंदर मौजूद हैं। मान्यता है कि यह मंदिर दुर्गा माता को समर्पित महाशक्तिपीठों में से एक है। कहा जाता है कि इस गुफा में तीन पिंडियां बनी हैं, जो मां काली, सरस्वती माता और लक्ष्मी मां की हैं। मान्यता है कि माता भगवान विष्णु द्वारा दिए गए वचन की पूर्ति के लिए अदृश्य रूप से यहां प्रतीक्षा कर रही हैं।
भगवान श्रीराम के रूप में लंका से लौटते समय विष्णुजी ने माता से कहा था कि त्रिकूट पर्वत पर एक दिव्य गुफा है, जहां, मां सरस्वती, मां लक्ष्मी और महाकाली पिंडी रूप में विराजमान हैं, आप उस गुफा में मेरा इंतजार करें। जब मैं कलियुग में अवतार लूंगा, तब आपसे विवाह करूंगा। यही वजह है कि वैष्णो देवी को त्रिकुटा देवी के नाम से भी जाना जाता है और वे आज भी वहीं भगवान विष्णु का इंतजार कर रही हैं। मान्यता है कि वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले भक्त की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं और जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि आप वैष्णो देवी की यात्रा की योजना कैसे बना सकते हैं और इस दौरान आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
दिल्ली से वैष्णो देवी पहुंचने के टिप्स
अगर आप दिल्ली से वैष्णो देवी जाने की योजना बना रहे हैं तो आप सड़क मार्ग का भी चुनाव कर सकते हैं। इससे आप बीच-बीच में दिखने वाली प्राकृतिक खूबसूरती का भी लुत्फ उठा सकते हैं। इसके लिए आप अपनी कार से भी यात्रा कर सकते हैं। वहीं ट्रेन से वैष्णो देवी जाने के लिए आपको 16 से ज्यादा ट्रेनों का विकल्प मिलेगा। वैष्णो देवी पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले ट्रेन से कटरा पहुंचना होगा। इसके लिए हापा एसवीडीके एक्सप्रेस, जम्मू मेल, वंदे मातरम, वंदे भारत एक्सप्रेस आदि ट्रेनों की टिकट बुक की जा सकती है। आपको बता दें कि वैष्णो देवी मंदिर दिल्ली से करीब 650 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कटरा पहुंचने के बाद आप वैष्णो देवी जाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी ले सकते हैं।
कटरा से फिर शुरू हुई हेलीकॉप्टर सेवा
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण हेलीकॉप्टर सेवा को स्थगित कर दिया गया था। लेकिन हाल ही में श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा फिर से शुरू कर दी गई है। ऐसे में अब आप इस सेवा की मदद से कटरा से वैष्णो देवी पहुंच सकते हैं। श्रद्धालुओं के लिए दो पैकेज शुरू किए गए हैं। इनमें एक ही दिन में वापसी का पैकेज भी शामिल है। हर साल हजारों श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन के लिए निकलते हैं।
भीड़ से बचने के लिए वैष्णो देवी कब और कैसे जाएं
यह यात्रा पूरे साल चलती रहती है। लेकिन आपको बता दें कि नवरात्रि के दौरान वैष्णो देवी में सबसे ज्यादा भीड़ होती है। ऐसे में अगर आप भीड़ में जाने से बचना चाहते हैं तो गर्मी या मानसून के मौसम में दिल्ली से वैष्णो देवी की यात्रा की योजना बना सकते हैं। हालांकि मानसून के दौरान मौसम को देखकर ही यात्रा पर जाने की योजना बनाएं। साथ ही अगर आप कम भीड़ में वैष्णो देवी के दर्शन करना चाहते हैं तो सूर्योदय से पहले मंदिर के पास पहुंच सकते हैं। हालांकि दिन में किसी भी समय वैष्णो देवी के दर्शन किए जा सकते हैं।
समय बचाने के लिए पहले से ही रजिस्ट्रेशन करवा लें
वैष्णो देवी जाने से पहले आपको ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवाना होगा। अगर आप वहां पहुंचकर रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो आपको काफी देर तक भारी भीड़ और लाइनों में खड़ा रहना पड़ सकता है। इससे बचने के लिए आपके लिए बेहतर होगा कि आप पहले से ही रजिस्ट्रेशन करवाकर निकल जाएं। साथ ही हेलीकॉप्टर सेवा भी पहले से बुक करवाना बेहतर रहेगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए आप www.maavaishnodevi.org वेबसाइट पर जा सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि ऑनलाइन बुकिंग यात्रा से ठीक 60 दिन पहले सुबह 10 बजे खुलती है। यात्रा की तारीख से 4-60 दिन पहले बुकिंग करवानी चाहिए। श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए वैध फोटो आईडी और अपनी पर्ची का प्रिंटआउट साथ रखना जरूरी है। यह काम पहले से करने से आपका समय बचेगा और यात्रा भी आसान हो जाएगी।
ठहरने के लिए चुन सकते हैं ये जगहें
वैष्णो देवी जाने से पहले आप कटरा के आसपास ठहरने की व्यवस्था कर सकते हैं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से यहां कई होटल उपलब्ध कराए गए हैं। कटरा में आपको निहारिका यात्री निवास, शक्ति भवन और आशीर्वाद भवन बस स्टैंड के पास ठहरने की जगह मिल जाएगी। इसके अलावा आप जम्मू में वैष्णवी धाम, कालिका धाम में भी ठहर सकते हैं। वैष्णो देवी के दर्शन के साथ-साथ आप भैरवनाथ मंदिर, भीमगढ़ किला और डेरा बाबा मंदिर भी जा सकते हैं।
यात्रा के लिए ये चीजें साथ रखना जरूरी
वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए आपको कुछ जरूरी चीजें अपने साथ जरूर रखनी चाहिए। वहां आपको ठंड का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में वहां के मौसम को देखते हुए अपने कपड़े और सामान उसी हिसाब से पैक करें। साथ ही खांसी, जुकाम, बुखार, सिरदर्द आदि जरूरी दवाओं का किट भी तैयार रखें। यात्रा के दौरान आपको इन चीजों की जरूरत पड़ सकती है। अगर आप अपने साथ छोटे बच्चों को ले जा रहे हैं तो अपने बैग में छोटे-छोटे स्नैक्स जरूर रखें। साथ ही आरामदायक जूते और टॉर्च पैक करना न भूलें।