मंगलवार को करें मंगल ग्रह की आरती....
जयपुर। जैसा की आप जानते हैं कि सप्ताह का हर किसी न किसी देवी देवता को समर्पित होता है। आज मंगलवार हैं। तथा मंगलवार का दिन हनुमान जी और मंगल ग्रह का दिन माना जाता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है। आज के दिन करने से हनुमान जी की कृपा मिलती है। इसके साथ ही मंगल ग्रह पर हनुमान जी शासन करते हैं जिससे मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव से भी बचा जा सकता है। मंगलवार के दिन कुंडली में मंगल ग्रह से संबंधित दोष से मुक्त पाने के लिए उपाय किये जाते है व इस आरती से हनुमान जी की पूजा करने से मंगल ग्रह को भी प्रसन्न किया जा सकता है। शास्त्रों में माना जाता है कि हनुमान जी की पूजा करने से बल और बुद्धि का आशीर्वाद मिलता है व हनुमान जी भय से मुक्ति दिलाते हैं। हनुमान जी की पूजा करने से जीवन मे आने वाली परेशानी से मुक्ति मिलती है। आज हम आपके लिए इस आर्टिकल में मंगल ग्रह की आरती लेकर आए हैं।

ऊं नमोअर्हते भगवते वासुपूज्य तीर्थंकराय षण्मुखयक्ष |
गांधरीयक्षी सहिताय ऊं आं क्रों ह्रीं ह्र: कुंज महाग्रह मम दुष्टग्रह,
रोग कष्ट निवारणं सर्व शान्तिं च कुरू कुरू हूं फट् || 11000 जाप्य ||
तान्त्रिक मंत्र– ऊं क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: || 10000 जाप्य ||
हनुमान आरती
!! आरती कीजै हनुमान लला की,
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की !!
!! जाके बल से गिरिवर काँपै,
रोग-दोष जाके निकट न झाँपै !!
!! अंजनी पुत्र महा बलदाई,
संतन के प्रभु सदा सहाई !!
!! दे बीरा रघुनाथ पठाए,
लंका जारि सिया सुधि लाए !!
!! लंका सो कोट समुद्र सी खाई,
जात पवनसुत बार न लाई !!
!! लंका जारि असुर संहारे,
सियारामजी के काज सँवारे !!
!! लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे,
आनि सजीवन प्रान उबारे !!
!! पैठि पाताल तोरि जम-कारे,
अहिरावन की भुजा उखारे !!
!! बाएं भुजा असुर दल मारे,
दहिने भुजा संतजन तारे !!
!! सुर नर मुनि आरती उतारें,
जै जै जै हनुमान उचारें !!
!! कंचन थार कपूर लौ छाई,
आरति करत अंजना माई !!
!! जो हनुमानजी की आरति गावै,
बसि बैकुण्ठ परम पद पावै !!

