धन की तंगी से परेशान हैं? सावन में रोजाना करें श्री भगवती स्तोत्रम् का जाप, माँ दुर्गा की कृपा भर जाएगी तिजोरी
सावन का महीना हिन्दू धर्म में बेहद पवित्र और शक्ति से भरपूर माना जाता है। यह न केवल भगवान शिव की आराधना का महीना है, बल्कि इस समय मां दुर्गा और उनके विविध रूपों की उपासना भी विशेष फलदायक मानी जाती है। खासकर यदि आप आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं, तो सावन में एक विशेष स्तोत्र — "श्री भगवती स्तोत्रम्" — का नित्य जाप करने से आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
क्या है श्री भगवती स्तोत्रम्?
श्री भगवती स्तोत्रम् देवी भगवती यानी मां दुर्गा को समर्पित एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है। यह संस्कृत में रचित है और देवी के नौ रूपों की स्तुति करता है। यह स्तोत्र माँ की शक्ति, करुणा और कृपा को नमन करते हुए उनके विविध स्वरूपों की महिमा का गुणगान करता है। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि इस स्तोत्र के नित्य जाप से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि, मानसिक शांति और आर्थिक स्थिरता आती है।
धन की कमी से जूझ रहे लोगों के लिए वरदान
आज के समय में बहुत से लोग आर्थिक कठिनाइयों से गुजर रहे हैं — कभी नौकरी की अनिश्चितता, कभी व्यापार में घाटा तो कभी अचानक आया कोई बड़ा खर्च। ऐसे में केवल प्रयास ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा का संबल भी जरूरी होता है। श्री भगवती स्तोत्रम् का जाप एक ऐसी ही शक्ति प्रदान करता है जो आपकी आर्थिक समस्याओं को दूर कर सकता है।माना जाता है कि यह स्तोत्र मां लक्ष्मी और मां दुर्गा दोनों की कृपा पाने का माध्यम बनता है। जो व्यक्ति श्रद्धा से इसका नियमित जाप करता है, उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और अचानक आने वाले खर्चों पर नियंत्रण मिलता है।
जाप की विधि
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
घर के मंदिर या शांत स्थान पर दीपक जलाएं।
माँ दुर्गा या भगवती की प्रतिमा या चित्र के सामने बैठें।
श्री भगवती स्तोत्रम् का शांत चित्त से पाठ करें।
अगर समय न हो तो कम से कम 11 बार "ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे" का जाप अवश्य करें।
सावन का महत्व
सावन शिव का प्रिय महीना है, लेकिन यह भी मान्यता है कि इसी महीने देवी शक्ति का जागरण भी अत्यधिक प्रभावी होता है। विशेष रूप से सोमवार, शुक्रवार और नवमी तिथि को भगवती स्तोत्रम् का जाप करने से मनोकामनाएं जल्दी पूर्ण होती हैं। यह स्तोत्र सिर्फ धन की प्राप्ति ही नहीं, बल्कि जीवन में शांति, सुरक्षा और संतुलन भी प्रदान करता है।
वैज्ञानिक और मानसिक प्रभाव
भले ही यह विषय आध्यात्मिक हो, लेकिन मानसिक रूप से भी इसका सकारात्मक असर देखा गया है। प्रतिदिन श्रद्धा और ध्यान से किया गया मंत्र जाप तनाव को कम करता है, आत्मबल बढ़ाता है और निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर करता है। जब व्यक्ति मानसिक रूप से स्थिर होता है, तो वह आर्थिक निर्णय भी सोच-समझ कर लेता है — और यही बुद्धिमत्ता आगे चलकर धन लाभ का कारण बनती है।

