राजस्थान का इकलौता गणेश मंदिर जहाँ गणपति लड़के-लड़कियों को देते है प्रेम का वरदान, वीडियो में जानिए इसकी चमत्कारी कहानी

हर मंदिर के पीछे एक कहानी है। चमत्कार की कहानी। आस्था की कहानी। जोधपुर में बना भगवान गणेश का एक मंदिर भी बेहद अनोखा है। यह मंदिर किसी चमत्कार से कम नहीं है। यहां एक अनोखे गणपति बप्पा हैं, जो हर किसी की प्रेम कहानी को पूरा करते हैं। यहां सुबह-शाम कपल्स की भीड़ लगी रहती है। आज हम आपके लिए इस मंदिर से जुड़ी रोचक जानकारी लेकर आए हैं।
जोधपुर में है इश्किया गणेश मंदिर
इश्किया गणेश मंदिर का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने 18वीं सदी में करवाया था। वे 5 साल तक जयपुर के राजा रहे। राजा के सपने में भगवान गणेश आए। भगवान का आदेश मिलने के बाद काम शुरू हुआ। मंदिर में पूजा-अर्चना कर कई लोगों ने अपने प्यार को पाया। देखते ही देखते इसे इश्किया गणेश मंदिर के नाम से जाना जाने लगा। इसे राजस्थानी और मुगल मंदिरों में देखा जाता है।
हर परेशानी दूर करते हैं भगवान
इश्किया गणेश मंदिर में कपल्स की दुआ पूरी होती है। भगवान प्रेमी की हर बात मानते हैं। अगर शादी नहीं हो रही हो या लड़का या लड़की नहीं मिल रही हो तो वे इस मंदिर में आते हैं। मान्यता है कि यहां पूजा करने से परिवार में होने वाले सभी विवाद भी खत्म हो जाते हैं। यहां तक कि जब कोई मन्नत मांगने के बाद मुराद पूरी हो जाती है तो लोग भगवान का शुक्रिया अदा करने आते हैं।
चुपके से आते हैं जोड़े
एक समय में लोग इश्किया गणेश मंदिर में जाने से डरते थे। लोगों को डर था कि मंदिर जाते समय कोई उन्हें देख न ले। आज भी कई जोड़े छिपकर आते हैं। उस समय इस मंदिर का नाम गुरु गणपति था। लेकिन धीरे-धीरे यह इश्किया गणेश हो गया।
वेलेंटाइन डे मनाने आते हैं लोग
जोधपुर के लोग वेलेंटाइन डे के मौके पर इश्किया गणेश मंदिर जरूर जाते हैं। यह मंदिर सभी जोड़ों की पसंदीदा जगह है। लोगों का कहना है कि जो भी अपने पार्टनर के साथ इस मंदिर में पहुंचता है, उसकी जोड़ी सुपरहिट हो जाती है।
कैसे पहुंचें
इश्किया गणेश मंदिर जोधपुर के जलमहल रोड पर बना है। जोधपुर तक ट्रेन, बस या अपने वाहन से पहुंचा जा सकता है। शहर में स्थानीय बसें और टैक्सियाँ चलती हैं, जिनके माध्यम से आप आसानी से मंदिर तक पहुँच सकते हैं।