अघोरी क्रियाओं-बुरी शक्तियों और टोटकों से भी बचाता है श्री भगवती स्तोत्रम्, वीडियो में जाने इसके हैरान करने वाले आलौकिक रहस्य

भारतीय सनातन परंपरा में देवी उपासना का विशेष महत्व है। जब जीवन में कोई राह न सूझे, जब नकारात्मक शक्तियां हमें घेर लें या जब हम मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से टूटने लगें—ऐसे समय में मां दुर्गा की शरण ही सबसे बड़ी शक्ति बन जाती है। ऐसे ही एक शक्तिशाली स्तोत्र का नाम है – श्री भगवती स्तोत्रम्, जिसे 'शक्तिपथ की अदृश्य सुरक्षा कवच' भी कहा जाता है। यह स्तोत्र सिर्फ भक्ति नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और रहस्यमयी शक्तियों से जुड़ी अद्भुत अनुभूतियों का स्रोत है।
प्राचीन ग्रंथों में वर्णित है भगवती स्तोत्र की महिमा
श्री भगवती स्तोत्रम् का उल्लेख अनेक तांत्रिक और धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। कहा जाता है कि इसे देवी भागवत, मार्कण्डेय पुराण और दुर्गासप्तशती के आधार पर विकसित किया गया है। यह स्तोत्र मां दुर्गा के नौ रूपों की स्तुति करता है और साधक के चारों ओर एक दिव्य चक्र बना देता है, जो बुरी नजर, जादू-टोना, टोटका, अघोरी प्रयोग और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सिद्ध हुआ इसका प्रभाव
आज आधुनिक विज्ञान भी यह मानने लगा है कि मंत्रोच्चारण और नियमित स्तोत्र पाठ से मानसिक तरंगों में सकारात्मक बदलाव आता है। श्री भगवती स्तोत्रम् के उच्चारण से जो ध्वनि उत्पन्न होती है, वह हमारे चित्त को स्थिर करती है और शरीर की ऊर्जा प्रणाली (Aura) को मज़बूत करती है। यही कारण है कि जो लोग इसे नियमित रूप से पढ़ते हैं, वे अधिक निडर, आत्मविश्वासी और ऊर्जावान महसूस करते हैं।
जादू-टोना और बुरी शक्तियों से मिलती है अदृश्य सुरक्षा
भारतीय ग्रामीण और अर्द्ध-शहरी क्षेत्रों में आज भी जादू-टोना, टोटका और नजर दोष जैसी नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को गंभीरता से लिया जाता है। कई अनुभवी साधकों और आध्यात्मिक गुरुओं का मानना है कि यदि श्री भगवती स्तोत्रम् को श्रद्धा और नियमितता से पढ़ा जाए, तो कोई भी तांत्रिक प्रयोग या नकारात्मक शक्ति साधक को छू तक नहीं सकती।
कैसे करें भगवती स्तोत्र का पाठ?
श्री भगवती स्तोत्रम् का पाठ करने के लिए विशेष समय या विधि की आवश्यकता नहीं है, परंतु यदि इसे ब्रह्म मुहूर्त या संध्या समय में साफ स्थान पर, शुद्ध चित्त से बैठकर किया जाए, तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। स्तोत्र के पाठ से पूर्व एक दीपक जलाएं, मां दुर्गा का ध्यान करें और फिर शांत मन से पाठ आरंभ करें।
भक्तों के अनुभव – जब संकट में बना जीवन का रक्षक
अनेक भक्तों ने अनुभव किया है कि जब वे जीवन के कठिनतम दौर से गुजर रहे थे, जब शत्रु या नकारात्मक शक्तियां उन्हें सताने लगी थीं, तब श्री भगवती स्तोत्रम् ने उन्हें अनदेखी शक्ति से सुरक्षा प्रदान की। यह केवल एक पाठ नहीं, बल्कि आस्था और शक्ति का प्रत्यक्ष प्रमाण है।