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गायत्री मंत्र के नियमित जाप से मिलते है 5 सबसे बड़े मानसिक और शारीरिक, वीडियो में जाने विज्ञान से क्या है संबंध ?

गायत्री मंत्र के नियमित जाप से मिलते है 5 सबसे बड़े मानसिक और शारीरिक, वीडियो में जाने विज्ञान से क्या है संबंध ?

हिंदू धर्म में मंत्रों का बहुत महत्व माना जाता है। वैदिक काल से ही जप को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति का महत्वपूर्ण साधन माना जाता रहा है। कई शोध भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि सुबह प्राणायाम के साथ मंत्रों का जाप करने से कई लाभ होते हैं। गायत्री मंत्र की बात करें तो इसे सभी वैदिक मंत्रों की जननी माना जाता है। अगर गायत्री मंत्र का जाप शांत वातावरण में किया जाए तो इसका मन और शरीर दोनों पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आज हम आपको हर सुबह गायत्री मंत्र का जाप करने के कुछ स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं।

तनाव और चिंता को कम करता है
अगर गायत्री मंत्र का जाप सुबह शांत वातावरण में किया जाए तो इसका मन और शरीर पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खासकर जब आप गहरी सांस लेकर जाप करते हैं तो इसके लाभ और भी बढ़ जाते हैं। गायत्री मंत्र का हर अक्षर इस तरह से व्यवस्थित किया गया है कि यह मन को शांत करने और एक जगह ध्यान केंद्रित करने में बहुत मदद करता है। गायत्री मंत्र की शुरुआत 'ॐ' से होती है, जिसके कंपन से मन शांत होता है और आराम देने वाले हॉरमोन निकलते हैं।

दिल की सेहत को स्वस्थ रखें
गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करने से दिल की सेहत पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, रोजाना मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति की सांसें धीमी हो जाती हैं, जिससे दिल की धड़कनों को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे दिल की सेहत में भी सकारात्मक सुधार होता है।

याददाश्त और एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है
गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करने से याददाश्त और एकाग्रता शक्ति में भी सकारात्मक सुधार हो सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग रोजाना किसी भी तरह के मंत्र का जाप करते हैं, उनकी ध्यान शक्ति और याददाश्त तुलनात्मक रूप से तेज होती है। दरअसल, गायत्री मंत्र का जाप करने से चेहरे और सिर में मौजूद तीन चक्र सक्रिय होते हैं, जो एकाग्रता और याददाश्त से जुड़े होते हैं। मंत्र के कंपन का मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो समग्र मस्तिष्क स्वास्थ्य और कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है।

त्वचा को चमकदार और जवां बनाए रखता है
अगर रोजाना कुछ देर गहरी सांस लेने के साथ गायत्री मंत्र का जाप किया जाए, तो इसका त्वचा पर भी काफी सकारात्मक असर देखा जा सकता है। मंत्र का जाप करते समय होने वाले कंपन चेहरे पर मौजूद कई बिंदुओं को सक्रिय करते हैं और रक्त संचार को बढ़ाने के साथ-साथ त्वचा से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। गहरी सांस लेने से शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह भी बढ़ता है, जिससे त्वचा चमकदार और जवां बनी रहती है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
गायत्री मंत्र का जाप हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी काफी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, गायत्री मंत्र के जाप से उत्पन्न होने वाले कंपन हाइपोथैलेमस ग्रंथि को उत्तेजित करने का काम करते हैं। यह ग्रंथि शरीर के कई कार्यों के साथ-साथ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रबंधित करने के लिए जिम्मेदार होती है। इसके अलावा, यह हमारे शरीर में हैप्पी हॉरमोन को बढ़ाता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता और मजबूत होती है।

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