भगवान श्री कृष्ण के पास कहां से आया सुदर्शन चक्र, कैसे हुआ इस विनाशक अस्त्र का निर्माण
जयपुर। भगवान कृष्ण के बारे में हम सभी जानते हैं कि अगर भगवान कृष्ण महाभारत से युद्ध में अर्जुन का साथ नहीं देते तो महाभारत के युद्ध का परिणाम अलग होता। हम सभी को पता है कि भगवान कृष्ण के पास सबसे शक्तिशाली हथियार था जिसे सुदर्शन चक्र कहा जाता है। भगवान कृष्ण का सुदर्शन चक्र दुष्टों का संहार करता है, लेकिन क्या आप जानते हैं की भगवान कृष्ण को सुदर्शन चक्र कहा से व कैसे प्राप्त हुआ। आज हम इस लेख में इससे संबधित रोचक कथा के बारे में बता रहें हैं।

दैत्यों के अत्याचार से परेशान होकर देवताओं ने भगवान विष्णु से राक्षसो का संहार करने के लिए प्रार्थना की, जिसके बाद भगवान विष्णु देवताओं को लेकर कैलाश पर्वत पर गये और भगवान शिव की स्तुति की। भगवान विष्णु ने शिव का एक- एक नाम लेकर उन्हें प्रत्येक नाम के साथ एक कमल का फूल अर्पित किया इस प्रकार विष्णु ने एक हजार कमल के फूल शिवजी को चढ़ाए। इसके बाद भगवान शिव ने भगवान विष्णु की परीक्षा लेने के लिए इन फूलों में से एक फूल को छिपा दिया।

इसके बाद भगवान विष्णु ने फूलों की गिनती की जिसके बाद एक फूल कम मिला, जिसके बाद उन्होंने उस कमल के फूल को काफी ढूंढा लेकिन वो नहीं मिला। इसके बाद भगवान विष्णु ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कमल के फूल की जगह अपनी एक आंख निकालकर चढ़ा दी।

भगवान विष्णु ने भगवान शिव को आंख इसलिए अर्पित किया क्योंकि भगवान विष्णु के नयन को कमल नयन कहा जाता है। इसलिए भगवान शिव के अपनी आंख अर्पित की। इसके बाद शिवजी भगवान विष्णु से प्रसन्न होकर उनसे वरदान मांगने को कहा, विष्णु जी ने दैत्यों के विनाश के लिए एक अजेय अस्त्र मांगा। जिसके बाद भगवान शिव ने भगवान विष्णु को सुदर्शन चक्र प्रदान किया।


