
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना जाता है। इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र ग्रंथ में पिरोया है।
ऐसा कहा जाता है कि चाणक्य नीति को अगर कोई मनुष्य अपने जीवन में उतार लेता है तो उसका पूरा जीवन सुखी और सरल हो जाता है ऐसे में चाणक्य ने अपने एक श्लोक द्वारा कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया है जिसे मनुष्य चाह कर भी नहीं बदल सकता है और ये चीजें माता के गर्भ से ही तय होती है तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे है।
पढ़ें आज की चाणक्य नीति—
चाणक्य नीति कहती है कि मनुष्य कितने साल जिएगा और उसकी आयु कितनी होगी। इसका फैसला माता के गर्भ में ही हो जाता है जिसके बाद मनुष्य उतनी ही आयु तक इस संसार में रहता है, इसे वह किसी भी कीमत पर बदल नहीं सकता है। क्योंकि यह तकदीर में लिखा होता है। मनुष्य इस संसार का कड़वा सच है जिसे व्यक्ति चाहकर भी झूठला नहीं सकता है।
चाणक्य नीति कहती है कि मनुष्य अपनी आयु की तरह ही मृत्यु के समय को भी बदल सकती है क्योंकि यह माता के गर्भ में ही तय हो जाता है किसी उसकी मृत्यु कब होगी लेकिन व्यक्ति की मृत्यु कैसे होगी यह उसके कर्म पर निधारित होता है। चाणक्य नीति की मानें तो मनुष्य इस संसार में कैसा जीवन प्राप्त करेगा यह भी माता के गर्भ में निधारित किया जाता है ऐसे में उसे अपने जीवन में सुख मिलेगा यह दुख इसे भी वह बदल नहीं सकता है। क्योंकि ये व्यक्ति के कर्मों के आधार पर तय किया जाता है।