भरत मिलाप का साक्षी है चित्रकूट का यह मंदिर, आज भी मौजूद है प्रभु राम और भरत के चरण चिह्न
ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ रामायण में कई बार भरत मिलाप का जिक्र होता है जो मानव ह्रदय को भावविभोर करने का कार्य करता है। चित्रकूट में स्थित उस स्थान का महत्व आज भी उतना ही है जितना कि उस वक्त था।
जब प्रभु राम और भरत का मिलाप हुआ था। आपको बता दें कि इस पवित्र स्थल पर आज एक मंदिर भी स्थापित है।
जिसे भरत मिलाप मंदिर के नाम से जाना जाता है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी मंदिर के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं भरत मिलाप मंदिर से जुड़ी अहम बातें।
भरत मिलाप मंदिर चित्रकूट—
मध्य प्रदेश के चित्रकूट में भगवान कामतानाथ परिक्रमा मार्ग पर भरत मिलाप मंदिर है जो कि भक्तों की आस्था और विश्वास का केंद्र माने जाते हैं।
भरत मिलाप मंदिर में आज भी प्रभु श्रीराम और भरत जी के पैरों के निशान एक शिला पर देखने को मिलते हैं। इस मंदिर के साथ साथ कौशल्या सीता मिलन और लक्ष्मण शत्रुघन मिलन मंदिर भी स्थापित है।
कथा अनुसार अंत में जब भरत प्रभु राम को अपने साथ वापिस अयोध्या ले जाने में असफल होते हैं तो वह उनकी चरण पादुका को ही अपने साथ ले गए और उन्हीं पादुका को सिंहासन पर विराजमान कर अयोध्या का राज चलाया। भरत मिलाप मंदिर से कुछ ही दूरी पर एक विशाल कुआं भी है जिसे भरत कूप के नाम से जाना जाता है। चित्रकूट की तीर्थयात्रा इस पवित्र कूप के बिना पूरी नहीं मानी जाती है।