रातों-रात आत्माओं ने खड़ा कर दिया भगवान शिव का ये अन्दिर! एक मासूम बच्चे ने खोला राज़, जानकर आप भी चौंक जाएंगे
भारत में कई मंदिर अपनी खूबसूरती और रहस्यों के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक मंदिर है ककनमठ, जो मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्थित है। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण भूत-प्रेतों और अलौकिक शक्तियों ने एक ही रात में किया था। इसकी अनोखी संरचना और कहानी लोगों को हैरान कर देती है। यह मध्य प्रदेश राज्य के मुरैना जिले के सिहोनिया गांव में स्थित है, जो रहस्यमयी और अद्भुत वास्तुकला का एक उदाहरण है। 11वीं शताब्दी में बना यह शिव मंदिर न केवल अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके निर्माण से जुड़ी एक लोककथा इसे और भी रहस्यमयी बनाती है।
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, ककनमठ मंदिर का निर्माण कच्छपघात वंश के एक राजा ने भगवान शिव की भक्ति में किया था। राजा ने भगवान शिव से इस मंदिर का निर्माण स्वयं करने की प्रार्थना की। भगवान शिव राजा के सपने में आए और कहा कि वह एक ही रात में इस मंदिर का निर्माण करेंगे, लेकिन शर्त यह है कि कोई भी इंसान इस निर्माण प्रक्रिया को नहीं देखेगा। TOI में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, राजा ने पूरे गांव को आदेश दिया कि उस रात कोई भी अपने घर से बाहर न निकले। रात में मंदिर निर्माण की आवाजें सुनाई देती थीं, लेकिन किसी ने बाहर झांकने की हिम्मत नहीं की। हालांकि, एक जिज्ञासु बच्चे ने खिड़की से झांका, जिसके कारण निर्माण कार्य कर रहे अलौकिक प्राणी अदृश्य हो गए और मंदिर अधूरा रह गया।
कला और विशेषताएँ
ककनमठ मंदिर की वास्तुकला अद्वितीय है। यह पूरी तरह से पत्थरों से बना है, और इसमें किसी भी तरह का सीमेंट या चूना नहीं लगाया गया है। मंदिर की दीवारें और खंभे इतनी मजबूती से जुड़े हुए हैं कि यह आज भी मजबूती से खड़ा है। मंदिर का ऊपरी हिस्सा अधूरा है, जो उस रात के अधूरे निर्माण की कहानी को दर्शाता है। ककनमठ मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह भारतीय वास्तुकला और लोककथाओं का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह मंदिर आज भी भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है। मंदिर की रहस्यमयी कहानी और अद्भुत निर्माण इसे भारत के सबसे रहस्यमय मंदिरों में से एक बनाता है।

