सिर्फ भारत ही नहीं पाकिस्तान-बांग्लादेश-नेपाल में भी हैं देवी मां के चमत्कारी मंदिर, वीडियो में जानिए कहां और कैसे करें दर्शन ?

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव की पहली पत्नी सती के शरीर के 52 टुकड़े हुए थे जो अलग-अलग जगहों पर गिरे थे। इसलिए दुनिया में 50 शक्ति पीठ हैं। देवी मां के कुछ शक्ति पीठ विदेशों में भी स्थित हैं। इन देवी पीठों के दर्शन करना बहुत बड़ा सौभाग्य माना जाता है। आइए जानते हैं विदेशों में मां के शक्ति पीठ कहां स्थित हैं और उनके नाम क्या हैं।
बांग्लादेश
यहां माता सती के कुल पांच शक्ति पीठ हैं। यहां उग्रतारा शक्ति पीठ में माता की नाक गिरी थी। बांग्लादेश के भवानीपुर जिले में माता के बाएं पैर की पायल गिरी थी जिसे अब अपर्णा शक्ति पीठ कहा जाता है। सिलहट जिले में श्रीशैल शक्ति पीठ है, कहा जाता है कि यहां माता की गर्दन गिरी थी।
हिंगुला शक्ति पीठ
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में देवी मां का हिंगुला शक्ति पीठ है। इस शक्ति पीठ को नानी का मंदिर या नानी का हज भी कहा जाता है। इस स्थान पर माता सती का सिर गिरा था। इस शक्ति पीठ को चमत्कारी माना जाता है क्योंकि आतंकवादियों ने इस पर कई बार हमला करके इसे नष्ट करने की कोशिश की लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं हुआ।
नेपाल
नेपाल में देवी के तीन शक्ति पीठ हैं। नेपाल में गंडक नदी के पास आद्या शक्ति पीठ है। मान्यता है कि यहां देवी का बायां गाल गिरा था। गुहेश्वरी शक्ति पीठ में माता सती के दोनों घुटने गिरे थे। नेपाल के बिजयपुर गांव में दंतकाली शक्ति पीठ स्थित है। मान्यता है कि यहां देवी के दांत गिरे थे।
श्रीलंका
श्रीलंका में देवी का एक प्रसिद्ध इंद्राक्षी शक्ति पीठ भी है। यहां देवी को इंद्राक्षी कहा जाता है। मान्यता है कि इस स्थान पर देवी की पायल गिरी थी।