शनि राहू और केतु की दान सामग्री व दान के सही समय को जाने यहां
जयपुर। हमारी कुंड़ली में ग्रहों की शुभ व अशुभ स्थिति का संबंध हमारे जीवन से होता है, अगर कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ है तो जीवन में आसानी से हर काम मे सफलता मिलती है लेकिन वहीं कुंडली में ग्रहों की स्थिति अशुभ है तो जीवन में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में आज हम इस लेख में नवग्रह शांति के उपायों के बारे में बता रहें हैं, इन उपायों को करने से कुंडली के ग्रहों की अशुभ स्थिति के प्रभाव को कम किया जा सकता है व ग्रहों की स्थिति को शुभ किया जा सकता है। ग्रहों की स्थिति को शुभ करने के लिए ग्रहों से संबंधित दान करें।
- सू्र्य- सूर्य के संबंधित दान सामग्री- लाल वस्त्र, गुड़, माणिक्य, गेहूं, मसूर की दाल, लाल पुष्प, केसर, तांबा, स्वर्ण, लाल गाय आदि। इनका दान सुबह करें।
- चंद्र – चंद्र से संबंधित दान सामग्री-श्वेत वस्त्र, चावल, शकर, सफेद पुष्प, कर्पूर, दूध, दही, चांदी, मोती, शंख, घी, स्फटिक आदि। इनका दान शाम को करें।
- मंगल – मंगल से संबंधित दान सामग्री-लाल वस्त्र, गुड़, मूंगा, लाल पुष्प, केसर, तांबा, रक्त चंदन, मसूर की दाल आदि। इनका दान सूर्योदय से 5 घड़ी के बाद करें।
- बुध – बुध से संबंधित दान सामग्री- हरा वस्त्र, साबुत मूंग, हरे फल, पन्ना, कांस्य, किताबें। इनका दान सूर्योदय से 5 घड़ी के बाद का पूरा दिन।
- गुरु – गुरु से संबंधित दान सामग्री- पीला वस्त्र, स्वर्ण, पुखराज, साबुत हल्दी, गाय का घी, चने की दाल, पीले पुष्प, पीले फल आदि। इनका दान का समय संध्या।
- शुक्र – शुक्र से संबंधित दान सामग्री-श्वेत वस्त्र, श्रृंगार की वस्तुएं, हीरा, स्फटिक, चांदी, चावल, शकर, इत्र, श्वेत चंदन, श्वेत पुष्प, दूध, दही आदि। इनका दान समय सूर्योदय।
- शनि – शनि से संबंधित दान सामग्री-काला वस्त्र, उड़द दाल, काले तिल, तिल का तेल, चमेली का तेल, सरसों का तेल, लोहा, छाता, चमड़े, नीलम, कंबल आदि। इनका दान समय मध्यान्ह काल।
- राहु – राहु से संबंधित दान सामग्री-काला या नीला वस्त्र, उड़द दाल, तेल से भरा ताम्रपात्र, सूपड़ा, कंबल, सप्तधान्य, गोमेद, खड्ग आदि। इनका दान का समय रात्रि।
- केतु – केतु से संबंधित दान सामग्री-काला वस्त्र, काले तिल, चमेली का तेल, लहसुनिया, चितकबरा कंबल, साबुत उड़द, काली मिर्च आदि। इनका दान का समय रात्रि।