बुधवार को गणेश पूजन से पहले वीडियो में जान ले ये 10 सावधानियां, वरना कितना भी मानाइये गणपति नहीं होंगे प्रसन्न

हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य देवता माना गया है। किसी भी शुभ कार्य से पहले उनका स्मरण कर ही उसे आरंभ किया जाता है। बुधवार का दिन विशेष रूप से भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन उनकी पूजा करने से बुद्धि, विवेक, समृद्धि और सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। लेकिन बहुत से लोग सिर्फ पूजा कर लेना ही पर्याप्त मानते हैं, जबकि सही विधि और सावधानियों का पालन न करने पर पूजा का पूर्ण फल नहीं मिल पाता। इस लेख में हम जानेंगे कि बुधवार को गणेश पूजन करते समय कौन-कौन सी सावधानियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि भगवान गणेश की कृपा संपूर्ण रूप से प्राप्त हो।
1. पूजा से पहले करें शुद्धि और ध्यान
गणेश पूजन की शुरुआत शुद्धता से होती है। पूजा करने से पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। हो सके तो हरे या पीले रंग के वस्त्र पहनें, क्योंकि ये रंग बुधवार और भगवान गणेश दोनों से संबंधित माने जाते हैं। पूजा स्थल को भी अच्छी तरह साफ करें और वहां कोई गंदगी न हो, इसका विशेष ध्यान रखें।
2. दूर्वा और शमीपत्र का विशेष महत्व
बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा (घास) चढ़ाना अत्यंत शुभ माना गया है। 21 दूर्वाओं का गुच्छा बनाकर भगवान को अर्पित करें। दूर्वा को ताजगी से तोड़ें और धोकर चढ़ाएं। इसके अलावा, शमी के पत्ते भी गणेश जी को अत्यंत प्रिय होते हैं। यदि पूजा में यह दोनों शामिल किए जाएं तो पूजन का फल कई गुना बढ़ जाता है।
3. तामसिक वस्तुओं से करें परहेज
पूजा के समय प्याज, लहसुन, शराब, मांस आदि तामसिक वस्तुओं का सेवन बिल्कुल न करें। ये न केवल पूजा में विघ्न डालते हैं बल्कि गणेश जी की कृपा से भी वंचित कर सकते हैं। इस दिन सात्विक भोजन करें और मन, वचन व कर्म से पवित्र रहें।
4. मूर्ति का चयन और दिशा
अगर आप घर पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं, तो ध्यान दें कि वह दाहिनी सूंड (दक्षिणमुखी) वाली न हो। बाईं ओर मुड़ी सूंड वाली गणेश प्रतिमा को घर में पूजन के लिए उपयुक्त माना गया है। पूजा करते समय गणेश प्रतिमा को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखें और स्वयं दक्षिण की ओर मुख करके पूजा करें।
5. पूजा में इन मंत्रों का करें जाप
बुधवार के दिन गणेश जी के मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायक माना जाता है। "ॐ गं गणपतये नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। अगर आप आर्थिक समृद्धि के लिए पूजन कर रहे हैं तो “ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानाय स्वाहा” मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभकारी है।
6. तुलसी का उपयोग न करें
एक बहुत जरूरी बात यह है कि गणेश पूजन में तुलसी के पत्तों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। पौराणिक कथा के अनुसार तुलसी जी ने एक बार गणेश जी को श्राप दिया था, जिसके चलते गणेश पूजा में तुलसी निषिद्ध मानी जाती हैं। इस नियम की अनदेखी करने से पूजा का फल बाधित हो सकता है।
7. गणेश जी को चढ़ाएं मोदक और गुड़
भगवान गणेश को मोदक अत्यंत प्रिय है। बुधवार के दिन उन्हें मोदक, गुड़, चने और दूर्वा चढ़ाने से विशेष फल प्राप्त होता है। घर में बनी मिठाई से भगवान का भोग लगाना अधिक शुभ माना जाता है, इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
8. केवल दिन में करें पूजा
गणेश पूजा हमेशा दिन के समय ही करनी चाहिए। शाम या रात में गणेश पूजन का विशेष फल नहीं मिलता। कोशिश करें कि बुधवार को सूर्योदय के बाद और दोपहर से पहले पूजन कर लें। यदि संभव न हो तो संध्या वेला से पहले पूजा समाप्त कर लें।
9. एक ही मूर्ति का करें उपयोग
कई लोग बार-बार नई गणेश प्रतिमा स्थापित कर देते हैं। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। घर में एक ही मूर्ति रखें और नियमित रूप से उसी की पूजा करें। यदि किसी कारणवश नई प्रतिमा लानी हो, तो पुरानी प्रतिमा को विधिपूर्वक नदी या जल में विसर्जित करें।
10. पूजा के बाद करें दान
बुधवार को गणेश पूजन के बाद हरे वस्त्र, मूंग, हरी सब्जियां या शिक्षा से संबंधित वस्तुएं जैसे किताब, कॉपी आदि का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे भगवान गणेश शीघ्र प्रसन्न होते हैं और घर में लक्ष्मी का स्थायी वास होता है।