वीडियो में देखिये भारत में स्थित ये 8 चमत्कारी दुर्गा मंदिर जहाँ दर्शन मात्र से मिलती है शक्ति और शांति, भक्तों की हर मुराद होती है पूरी

भारत आस्था, परंपरा और दिव्यता का देश है। यहां हर मंदिर की अपनी एक अलग कहानी है, जो भक्तों को न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक अनुभव भी प्रदान करती है। देवी दुर्गा के मंदिर शक्ति और भक्ति के ऐसे केंद्र हैं, जहां हर नवरात्रि में लाखों भक्त आशीर्वाद लेने आते हैं। कुछ मंदिर पहाड़ियों की ऊंचाइयों पर स्थित हैं, जबकि कुछ सदियों पुरानी गुफाओं में हैं, लेकिन हर मंदिर की अपनी विशेष महिमा है। इस नवरात्रि अगर आप देवी दुर्गा के अनोखे मंदिरों के दर्शन करने की योजना बना रहे हैं, तो ये 8 पवित्र स्थान आपके लिए आदर्श रहेंगे।
1. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू और कश्मीर
उत्तर भारत का सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थल, माता वैष्णो देवी का मंदिर त्रिकूट पर्वत की गुफा में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए लगभग 12 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है, जिसे पैदल, टट्टू या हेलीकॉप्टर से तय किया जा सकता है। गुफा के अंदर माता के तीन पिंडी रूपों के दर्शन होते हैं, जिन्हें भक्तों के लिए बहुत पवित्र माना जाता है। यहां का माहौल "जय माता दी" और भक्ति के नारों से गूंजता है।
2. कामाख्या मंदिर, असम
गुवाहाटी में स्थित यह शक्तिपीठ देवी दुर्गा के एक विशेष रूप माता कामाख्या को समर्पित है। इस मंदिर को स्त्री शक्ति का प्रतीक माना जाता है और यहां का वार्षिक अंबुबाची मेला विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इस मंदिर की वास्तुकला और इसकी आध्यात्मिक महिमा इसे दुर्गा उपासकों के लिए एक प्रमुख केंद्र बनाती है।
3. ज्वाला देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश
कांगड़ा जिले में स्थित इस मंदिर में देवी की कोई मूर्ति नहीं है, लेकिन यहां एक चमत्कारी अग्नि प्रज्वलित होती है, जिसे दिव्य ज्वाला माना जाता है। यह भारत के सबसे रहस्यमयी मंदिरों में से एक है, जहां प्राचीन काल से अग्नि की लपटें जल रही हैं। इसे देवी का प्रत्यक्ष रूप माना जाता है और भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर यहां आते हैं।
4. चामुंडेश्वरी मंदिर, कर्नाटक
मैसूर की चामुंडी पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर देवी चामुंडेश्वरी को समर्पित है, जो दुर्गा का एक उग्र रूप हैं। यहां पहुंचने के लिए 1,000 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, लेकिन जब भक्त मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करते हैं, तो उन्हें अद्भुत आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है। खासकर दशहरे के दौरान यहां भव्य आयोजन होते हैं।
5. कालीघाट मंदिर, पश्चिम बंगाल
कोलकाता में स्थित यह मंदिर मां काली को समर्पित है, जिन्हें देवी दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है। यह भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है, जहां मां सती के शरीर का एक हिस्सा गिरा था। मंदिर का माहौल हमेशा भक्तों की आस्था और भक्ति से भरा रहता है। नवरात्रि के दौरान यहां का माहौल बेहद दिव्य और खुशनुमा होता है।
6. महालक्ष्मी मंदिर, महाराष्ट्र
कोल्हापुर में स्थित यह मंदिर देवी महालक्ष्मी को समर्पित है, जिन्हें दुर्गा का ही एक रूप माना जाता है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला और धार्मिक महत्व के कारण बहुत प्रसिद्ध है। यहां मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से यहां प्रार्थना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
7. करणी माता मंदिर, राजस्थान
बीकानेर में स्थित इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां हजारों चूहों को पवित्र माना जाता है। इन्हें "काबा" कहा जाता है और ऐसा माना जाता है कि ये देवी के भक्तों के पुनर्जन्म हैं। अगर कोई भक्त यहां सफेद चूहे को देख लेता है, तो इसे बेहद शुभ माना जाता है। यह भारत के सबसे अनोखे मंदिरों में से एक है।
8. दक्षिणेश्वर काली मंदिर, पश्चिम बंगाल
हुगली नदी के तट पर स्थित यह मंदिर देवी काली को समर्पित है। इसे 19वीं शताब्दी में रानी रश्मोनी ने बनवाया था और यह महान संत रामकृष्ण परमहंस से भी जुड़ा हुआ है। इस मंदिर की भव्यता, नदी किनारे की खूबसूरती और आध्यात्मिकता इसे नवरात्रि के दौरान खास तौर पर देखने लायक बनाती है।