अगर आप धोते है सोमवार के दिन बाल तो एक बार जरुर पढें इसे
जयपुर। प्राचीन समय से कई ऐसी परंपरा है जो अभी तक चली आ है। इन परंपरा को ज्योतिष और वास्तु से जोडा गया है। वैसे जो भी परंपरा पहले से चली आ रही है उसके पीछे कुछ न कुछ कारण अवश्य होता है। लेकिन कुछ मौका परस्त लोगो ने इन परंपरा को अपने फयदे के लिए प्रयोग करते है। ये प्रचलित परंपरा हजारों वर्षों के अनुभव पर आधारित है। हालांकि इसका कोई धार्मिक आधार नही है ये परंपरा अनुभव के आधार पर हैं। ये परंपरा कितनी सही है कितनी गलत इस बारे में कहना थोडा मुश्किल है लेकिन इस के बारे में हम अक्सर अपनी दादी नानी या फिर मम्मी से सुनते आ रहे है कि सोमवार को बाल नही धुलने चाहिए,ऐसा करने से भगवान शंकर क्रोधित होते है।
प्राचीन समय से ये माना जा रहा है की महिलाओं को सोमवार को बाल नहीं धोने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सोमवार के दिन बाल धोने से बेटी पर भार चढ़ता है। सोमवार के दिन बाल धोने से घर में आर्थिक परेशानी आती है।
वैसे ऐसा माना जाता है की ग्रहो की दृष्टि के अनुसार सोमवार के दिन बाल धोना बुरा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह मान्यता कई सालो से चली आ रही है।
इन मान्यताओं को अगर हम विज्ञान के नजरिये से देखते हैं तो ये मान्यता पहले के समय में बचत के भाव से जुडी हैं पहले के समय में पानी बचाने के लिए इस प्रकार की मान्यता बनाई गयी जिससे पानी की बचत हो सके।