Haridwar में दूध-फूलों की होली! पाकिस्तान से चली आ रही परंपरा आज भी जीवंत, मुल्तान समाज ने दिखाई आस्था की अनोखी झलक
उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार की पवित्र हरकी पौड़ी पर मुल्तान समुदाय ने मां गंगा के साथ दूध और फूलों से होली खेलकर 115 साल पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया। इस अवसर पर देशभर से आए मुल्तान समुदाय के लोगों ने उत्साह और श्रद्धा के साथ मां गंगा में ज्योत प्रवाहित की और आशीर्वाद लिया। यह आयोजन हरकी पौड़ी के रंगारंग वातावरण में भक्ति और आनंद का अनूठा संगम बन गया।आपको बता दें कि 1911 में पाकिस्तान के लाल भगत रूपचंद ने पैदल यात्रा कर हरिद्वार में मां गंगा में ज्योत प्रवाहित की थी। तब से मुल्तान समुदाय हर साल इस पवित्र नगरी में एकत्रित होकर मां गंगा की पूजा करता है और दूध से होली खेलता है। इस परंपरा का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व आज भी बना हुआ है। जिसे पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने लिया हिस्सा
इस वर्ष दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी मुल्तान जोत महोत्सव में हिस्सा लिया। उन्होंने मां गंगा के साथ दूध से होली खेली और गंगा स्नान कर आशीर्वाद प्राप्त किया। सचदेवा ने कहा कि माँ गंगा की कृपा से आज हम उनकी गोद में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश समृद्धि, शांति और सद्भाव के पथ पर अग्रसर है।इतना ही नहीं, उन्होंने दिल्ली में रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली सरकार की उपलब्धियों का भी ज़िक्र किया और कहा कि जो काम पिछली सरकारें नहीं कर पाईं, वह दिल्ली में हो रहा है। सचदेवा ने माँ गंगा से प्रार्थना की कि जल्द ही माँ यमुना की सफाई का काम भी पूरा हो जाए और भविष्य में भी यमुना की गोद में इसी तरह स्नान और उत्सव मनाए जाएँ।
मुल्तान समाज परंपरा को आगे बढ़ा रहा है
इस अवसर पर अखिल भारतीय मुल्तान संगठन के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नागपाल ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि मुल्तान समाज की यह परंपरा माँ गंगा के प्रति श्रद्धा और एकता का प्रतीक है। उन्होंने समाज के सभी सदस्यों से इस परंपरा को आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
देश की समृद्धि की कामना
इस भव्य आयोजन में शामिल लोगों ने माँ गंगा से देश की समृद्धि, शांति और पर्यावरण संरक्षण की प्रार्थना की। हरिद्वार में हर की पौड़ी का यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक बन गया। सभी ने गंगा में डुबकी लगाई और देश के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

