हरतालिका तीज व्रत 2019 : मां पार्वती ने लिए थे 108 जन्म, पढ़ें शिव-पार्वती के 12 मंत्र
जयपुर । इस साल 1 सितंबर तथा 2 सितंबर को हरतालिका तीज का पवित्र त्योहार मनाया जाने वाला हैं। यह दिन महिलाओं के लिए विशेष फल दायक माना जाता है कि ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत करने से विवाहित महिलाओं को सौभाग्य की प्राप्ती होती है तथा कुमवारी लड़कियों द्वारा इस व्रत करने से मन चाहे वर की प्राप्ति होती हैं। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार हरतालिका तीज का पर्व शिव और पार्वती के मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि देवी मां पार्वती ने कल्याणकारी भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए 107 जन्म लिए थे तथा अंत में मां-पार्वती के कठोर तप के कारण उनके 108वें जन्म में भोले बाबा ने पार्वती जी को अपनी अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया था।

हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार हरतालिका दो शब्दों से बना है, हर और तालिका। हर का अर्थ है हरण करना और तालिका अर्थात सखी। यह पर्व भाद्रपद की शुक्ल तृतीया को मनाया जाता है, इसलिए इसे तीज कहते हैं। इस व्रत को हरतालिका इसलिए कहा जाता है, क्योंकि पार्वती की सखी उन्हें पिता के घर से हरण कर जंगल में ले गई थी।

मां पार्वती को प्रसन्न करने के 5 मंत्र
ॐ उमाये नमः ।
ॐ पार्वत्यै नमः ।
ॐ जगद्धात्रयै नमः ।
ॐ जगत्प्रतिष्ठायै नमः ।
ॐ शांतिरूपिण्यै नमः ।

भगवान शिव को प्रसन्न करने के 7 मंत्र
ॐ शिवाय नमः ।
ॐ हराय नमः ।
ॐ महेश्वराय नमः ।
ॐ शंभवे नमः ।
ॐ शूलपाणये नमः ।
ॐ पिनाकवृषेनमः ।
ॐ पशुपतये नमः ।


