Samachar Nama
×

खाटू श्याम मंदिर पहली बार जा रहे हैं दर्शन के लिए? वीडियो में जानिए वो 5 जरूरी बातें जो हर श्रद्धालु को पहले से पता होनी चाहिए

खाटू श्याम मंदिर पहली बार जा रहे हैं दर्शन के लिए? वीडियो में जानिए वो 5 जरूरी बातें जो हर श्रद्धालु को पहले से पता होनी चाहिए

खाटू श्याम मंदिर राजस्थान के सीकर में स्थित है। गर्मियों में खाटू श्याम मंदिर सुबह 4:30 बजे खुलता है जबकि सर्दियों में मंदिर खुलने का समय सुबह 5:30 बजे है। खाटू श्याम मंदिर में 5 तरह की विशेष आरती की जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि पहली बार खाटू श्याम मंदिर आने वाले भक्तों को कौन सी खास बातें पता होनी चाहिए।

जब भी आप किसी धार्मिक तीर्थ स्थल पर जाने की योजना बनाते हैं, तो आपको उस तीर्थ स्थल से जुड़ी धार्मिक मान्यताओं, पौराणिक कथाओं और इतिहास के बारे में जरूर जानना चाहिए। तभी आप यात्रा करते समय किसी प्रतीक से जुड़ी कहानी को सही तरीके से समझ पाएंगे। उदाहरण के लिए खाटू श्याम बाबा की कहानी महाभारत से जुड़ी है। खाटू श्याम बाबा महाभारत के बर्बरीक हैं जिन्होंने अपनी मां को वचन दिया था कि युद्ध में जो भी हार रहा होगा, वह उनका साथ देंगे। श्री कृष्ण बर्बरीक की शक्तियों से वाकिफ थे। कृष्ण जानते थे कि अगर बर्बरीक ने कौरवों का साथ दिया तो पांडव युद्ध हार जाएंगे, इसलिए उन्होंने ब्राह्मण का वेश धारण किया और बर्बरीक से उसका सिर दान करने को कहा। बर्बरीक ने अपना वचन निभाया और अपना सिर कृष्ण को दान कर दिया। बर्बरीक की प्रतिबद्धता, भक्ति और समर्पण को देखकर कृष्ण उनके सामने प्रकट हुए और उन्हें आशीर्वाद दिया कि कलियुग में उन्हें 'श्याम' नाम से जाना जाएगा। तब से बर्बरीक जी को 'खाटू श्याम बाबा' के नाम से जाना जाता है।

खाटू श्याम जाएं तो श्याम कुंड में स्नान जरूर करें
खाटू श्याम बाबा मंदिर में श्याम कुंड है। धार्मिक मान्यता के अनुसार जो भी व्यक्ति श्याम कुंड में स्नान करता है, उसके सभी रोग और अन्य शारीरिक समस्याएं दूर हो जाती हैं और वह स्वस्थ हो जाता है। खासकर हर साल लगने वाले फाल्गुन मेले में श्याम कुंड में स्नान का विशेष महत्व है।

खाटू श्याम बाबा मंदिर में की जाती हैं 5 तरह की विशेष आरती
खाटू श्याम बाबा मंदिर में 5 तरह की विशेष आरती की जाती है। अगर आप मंदिर में दर्शन करने आते हैं तो इन पांचों आरतियों में शामिल होने का प्रयास जरूर करें।
मंगला आरती - सुबह मंदिर खुलते ही मंगला आरती की जाती है। 
श्रृंगार आरती- जैसा कि नाम से पता चलता है, इस आरती के दौरान खाटू श्याम बाबा का श्रृंगार किया जाता है और उन्हें नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। 
भोग आरती- दोपहर में खाटू श्याम बाबा को भोग लगाकर आरती की जाती है। संध्या आरती- शाम को सूर्यास्त से ठीक पहले संध्या आरती की जाती है। 
शयन आरती- रात में शयन आरती करने के बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाते हैं। 

खाटू श्याम बाबा मंदिर खुलने का समय 
आप खाटू श्याम बाबा मंदिर में कभी भी जा सकते हैं। बाबा के दर्शन करने के लिए कोई खास दिन नहीं होता। बाबा हमेशा अपने भक्तों की सुनते हैं। लेकिन खाटू बाबा मंदिर जाने से पहले आपको मंदिर के खुलने का समय जरूर पता होना चाहिए। सर्दियों और गर्मियों में मंदिर के खुलने का समय अलग-अलग होता है। 

सर्दियों में खाटू श्याम बाबा मंदिर खुलने का समय 
सुबह 5:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक है। इसके बाद मंदिर फिर शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है। 

गर्मियों में खाटू श्याम बाबा मंदिर खुलने का समय
यह सुबह 4:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुला रहता है। इसके बाद मंदिर शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।

खाटू श्याम बाबा मंदिर कैसे पहुँचें
खाटू श्याम मंदिर सड़क और रेल मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। निकटतम रेलवे स्टेशन रींगस जंक्शन (राजस्थान) है। यहाँ से मंदिर की दूरी 17 किलोमीटर है। रेलवे स्टेशन से मंदिर तक पहुँचने के लिए आपको बस, कैब आसानी से मिल जाएगी। दिल्ली-एनसीआर से खाटू श्याम मंदिर जाने के लिए कई बसें, कैब भी चलती हैं। अगर आप फ्लाइट से यहाँ आना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जयपुर है। खाटू श्याम बाबा मंदिर जयपुर से 80 किलोमीटर दूर है।

Share this story

Tags