कुलदेवता की पूजा करते वक्त भूलकर भी न करें ऐसी गलतियां,वरना पड़ सकता है भारी
हिंदू धर्म में किसी भी व्रत, त्योहार,आयोजन,कर्मकाण्ड और यज्ञ में अपने कुलदेवी या फिर कुलदेवता की पूजा करने का महत्व होता हैं। हर हिन्दू परिवार का किसी न किसी ऋषि का वंशज माना जाता हैं,और उसी के आधार पर गोत्र के बारे में जानकारी मिलती हैं। प्रत्येक हिन्दू परिवार का कोई न कोई कुलदेवता या कुलदेवी जरूर होता हैं। जिसकी पूजा उनके पूर्वजों के द्वारा सदियों से चलती आ रही हैं। मान्यता के अनुसार यही कुलदेवता हमारी आने वाली परेशानियों से हमारे परिवार की रक्षा करते हैं। इसलिए कुल देवता की पूजा करते वक्त कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए नहीं तो हमें इनका आशीर्वाद हमें नहीं मिलता हैं।
अगर आप किसी आयोजन में अपने कुलदेवता या देवी की पूजा करते हैं,तो कुछ साम्रगी जैसे नारियल, लाल कपड़ा, फूल, घी और हल्दी जरूर रखें। शास्त्रों के मुताबिक कुल देवता की पूजा में प्रत्येक साम्रगी को अर्पित करने के स्थान के बारे में बताया गया हैं। इसलिए सिंदूर के स्थान पर सिंदूर और हल्दी के स्थान पर हल्दी ही चढ़ाना चाहिए।
अपने कुल देवता की पूजा में मिठाई के साथ हलवा-पूरी का भी भोग जरूर लगाना चाहिए। हलवा पूरी का भोग लगाने से हमारे कुल देवी और देवता प्रसन्न होते हैं,और सुख समृद्धि का हमें आशीर्वाद प्रदान करते हैं। वही कुलदेवी देवता की पूजा में केवल घर के लोग ही पूजा में शामिल हो सकते हैं। शास्त्रों के मुताबिक बाहरी व्यक्ति को पूजा में न तो सम्मालित करना चाहिए और न ही प्रसाद का वितरण करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार कुलदेवता या देवी के पूजा में घर की कुंवारी कन्याओं को शामिल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर कुल देवी-देवता नाराज हो जाते हैं।