करें इस आरती से सूर्यदेव को प्रसन्न
जयपुर। सूर्य देव की पूजा का दिन रविवार माना जाता है। सूर्य देव के बगैर सौरमंडल का अस्तिव के बारे में सोच भी नहीं सकते। कुड़ली में सूर्य की स्थिती कमजोर है तो उसे सूर्य देव की पूजा कर सूर्य की स्थिति को शुभ बना सकते हैं। शत्रु भय से मुक्ति के लिए भी सूर्य देव की पूजा की जाती है।
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन सूर्य की विधि-विधान से पूजा पाठ करनी चाहिए। सूर्य देव की कृपा से जीवन में सफलता मिलती है। मानसिक शांति और शक्ति के लिए सूर्य की पूजा की जाती है।
कहूँ लगि आरती दास करेंगे,
सकल जगत जाकि जोति विराजे || टेक
सात समुन्द्र जाके चरणनि बसे,
कहा भयो जल कुम्भ भरे हो राम |
कोटि भानु जाके नख की शोभा,
कहा भयो मंदिर दीप धरे हो राम |
भार उठारह रोमावलि जाके,
कहा भयो शिर पुष्प धरे हो राम |
छप्पन भोग जाके नितप्रति लागे,
कहा भयो नैवेध धरे हो राम |
अमित कोटि जाके बाजा बाजे,
कहा भयो झंकार करे हो राम |
चार वेद जाके मुख की शोभा,
कहा भयो ब्रहमा वेद पड़े हो राम |
शिव सनकादिक आदि ब्रह्मादिक,
नारद मुनि जाको धयान धरें हो राम |
हिम मंदार जाको पवन झंकोरे,
कहा भयो शिर चवर ढुरे हो राम |
लख चोरासी बन्दे छुडाये,
केवल हरियश नामदेव गाये || हो राम