हनुमान जी का चमत्कारी वास! इन 7 स्थानों पर आज भी देखे जाते हैं उनके होने के संकेत, वीडियो में जाने कहां-कहां है ये चमत्कारी स्थल

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी कलियुग में यानि आज भी धरती पर जीवित (अमर) हैं और कल्कि अवतार का इंतजार कर रहे हैं। कहा जाता है कि भगवान कल्कि के अवतार लेते ही हनुमान जी भी प्रकट होंगे और वे भी दुष्टों का नाश करने में भगवान कल्कि के साथ होंगे। लेकिन उससे पहले हनुमान जी भक्तों के कल्याण के लिए कुछ खास जगहों पर निवास करते हैं। वे जगहें कहां हैं, आइए जानते हैं- इन सात जगहों पर आज भी विराजते हैं हनुमान जी शास्त्रों और पुराणों के अनुसार इन 7 प्रमुख जगहों पर हनुमान जी के जीवित होने की मान्यता आज भी विद्यमान है-
1. चित्रकूट (उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर)
रामचरितमानस में उल्लेख है कि वनवास के दौरान हनुमान जी की पहली मुलाकात श्री राम से यहीं हुई थी। चित्रकूट की गुफाओं और जंगलों में आज भी हनुमान जी की मौजूदगी महसूस की जाती है।
2. गंधमादन पर्वत (हिमालय क्षेत्र, उत्तराखंड)
पौराणिक मान्यता है कि संजीवनी बूटी लेने के बाद हनुमान जी ने यहीं तपस्या की थी। यह स्थान आज भी रहस्यमय माना जाता है और यहां जाना कठिन है।
3. जगन्नाथ पुरी (ओडिशा)
मान्यता है कि यहां "बड़ा हनुमान मंदिर" के पास भगवान जगन्नाथ की रक्षा के लिए वे आज भी स्थायी रूप से मौजूद हैं।
4. राजस्थान के सालासर बालाजी
यहां का बालाजी मंदिर बहुत प्रसिद्ध है और भक्तों का मानना है कि हनुमान जी आज भी यहां जीवित रूप में मौजूद हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
5. हनुमान धारा, चित्रकूट
यह विशेष जलधारा हनुमान जी को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि लंका दहन के बाद जब हनुमान जी का शरीर बहुत गर्म हो गया तो उन्होंने यहां जलधारा में स्नान किया था। आज भी यह स्थान ऊर्जावान माना जाता है।
6. लक्ष्मणपुरी (लखनऊ)
मान्यता है कि हनुमान जी आज भी यहां "अलीगंज हनुमान मंदिर" में भक्तों की रक्षा कर रहे हैं। यह मंदिर नवाबों के समय का है और चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है।
7. रामेश्वरम (तमिलनाडु)
श्री राम की लंका यात्रा में हनुमान जी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और आज भी भक्त यहां के तट पर उनकी उपस्थिति महसूस करते हैं।