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बृहस्पति से बड़े इस गृह की बदबू ने अंतरिक्ष में मचा रखा कोहराम, इस रिपोर्ट में इस विशाल गृह के बारे में जानिए सबकुछ 

बृहस्पति से बड़े इस गृह की बदबू ने अंतरिक्ष में मचा रखा कोहराम, इस रिपोर्ट में इस विशाल गृह के बारे में जानिए सबकुछ 

विज्ञान न्यूज़ डेस्क - पृथ्वी से करीब 64 प्रकाश वर्ष दूर खोजे गए ग्रह HD 189733b के बारे में नई जानकारी सामने आई है। यह ग्रह बृहस्पति जैसा दिखता है और इसकी खोज 2005 में हुई थी। नई वैज्ञानिक जांच से पता चला है कि इस ग्रह पर सड़े हुए अंडे जैसी गंध आ सकती है। ऐसी गंध जिसे इंसान की नाक ने आज तक महसूस नहीं किया है। आकार में बृहस्पति से थोड़ा बड़ा यह ग्रह गैस से भरा हुआ है।

हाइड्रोजन सल्फाइड की मौजूदगी
इस ग्रह से सड़े हुए अंडे जैसी गंध आने के पीछे की वजह हाइड्रोजन सल्फाइड गैस हो सकती है, जिसे वैज्ञानिकों ने वहां के वातावरण में पाया है। जांच में यह भी पता चला है कि उस ग्रह पर भयंकर गर्मी हो सकती है। शोध में पता चला है कि ग्रह आकर्षक कोबाल्ट नीले रंग का है। ऐसी संभावना है कि पिघले हुए कांच जैसी चीजें बारिश के रूप में वहां गिरती हों। वैज्ञानिकों के मुताबिक बृहस्पति में थोड़ी मात्रा में हाइड्रोजन सल्फाइड भी मौजूद है। हालांकि, यह पहली बार है कि किसी बाहरी ग्रह पर यह यौगिक पाया गया है। इससे सौरमंडल से बाहर के ग्रहों के बारे में भी जानकारी मिलती है।

ऐसे ग्रह पर कौन रहना चाहेगा?
बाल्टीमोर स्थित जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के खगोलशास्त्री और शोधकर्ता गुआंगवेई फू कहते हैं, बाहरी ग्रह पर मिलने वाली दुर्गंध इसकी प्रतिष्ठा को और खराब करेगी। मनुष्य ऐसे ग्रह पर कभी नहीं जाना चाहेंगे। हालांकि, खगोल विज्ञान को समझने के लिए यह अच्छी जानकारी है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि हमारे सौरमंडल से बाहर यह ग्रह गर्म गैसों का घूमता हुआ गोला प्रतीत होता है। इसका औसत तापमान 930 डिग्री सेल्सियस हो सकता है। बृहस्पति को जहां सूर्य का चक्कर लगाने में 12 वर्ष लगते हैं, वहीं यह ग्रह हर 2 दिन में एक बार चक्कर लगाता है।

पृथ्वी से 64 प्रकाश वर्ष
यह ग्रह पृथ्वी से करीब 64 प्रकाश वर्ष दूर है। एक प्रकाश वर्ष में 9.5 ट्रिलियन किमी होते हैं। यह हमारी आकाशगंगा मिल्की वे में सौरमंडल से बाहर का सबसे नजदीकी ग्रह है। जिस तारे के चारों ओर यह चक्कर लगाता है, वह सूर्य से छोटा और ठंडा है। यह सूर्य से केवल एक तिहाई चमकीला है। दूरबीन से किए गए अवलोकनों ने मीथेन की मौजूदगी को खारिज कर दिया। वैज्ञानिक डॉ. वेलबैंक के मुताबिक, हम एचडी 189733बी पर जीवन की तलाश नहीं कर रहे हैं। यह बहुत गर्म है। यह मुख्यतः हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। यह पृथ्वी जैसा नहीं है, जहाँ सामान्य वातावरण है और जीव-जंतु रह सकते हैं।

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