सल्फास की ज़हरीली गोली की जगह अब उपयोग में ला सकते है पाउडर
जयपुर। हम अनाज को सुरक्षित रखने के लिये उसमें कीड़े मारने की दवा रखते है। लेकीन कई लोग है जो सल्फोस की गोली से खुदकुशी कर लेते है। यह एक कीटनाशक है इसके तौर पर काम में ली जाने वाली सल्फास मौत का पर्याय बन चुकी है। अगर कोई गलती से भी इसे निगल जाए तो उसकी तुरंत ही मौत हो जाती है। ऐसे कई मामले सामने आते है जो किसी कीयनाशक से लोग आत्महत्या कर लेते है। वे लोग सल्फास का सेवन कर इस कै अंजाम देते है। लेकिन अब वैज्ञानीकों ने इसका एक उपाय खोज लिया है
जिसे खाने से भी कोई मौत नहीं होगी। शोधकर्ताओं ने अब सल्फास के असर में कई परिवर्तन कर दिये है जिससे अनाज भी सुरक्षित रहेगा और किसी की मैत भी नहीं होगी। लगातार हो रही मौतों के कारण कृषि उर्वरक व रसायन मंत्रालय ने पहले से काफी सुरक्षित बना दिया है। सल्फास अनाज को कीड़ों से बचाने के लिए ज्यादातर भंडारण में प्रयोग किया जाता है। इसका ज़हर इतना खतरनाक होता है कि गोली खाने के कुछ ही देर में व्यक्ति की तुरंत मौत हो जाती है। इस ज़हर के पेट में पहुंचते पर जीवन बचना असंभव हो जाता है।
इसी कारण से लोग इसका आत्महत्या के लिए सबसे ज्यादा प्रयोग करते है। इसी के मद्देनजर रखते हुये स्वास्थ्य विभाग ने इस घातक ज़हर की संरचना में बदलाव करने की सिफारिश की और वह सफल भी हुई। वैज्ञानीकों ने सल्फास की गोली का आकार बड़ाया ताकि उसे निगलना असंभव हो। साथ ही पैकिंग को भी इतना मजबूत बनाया है की जिसे एक अकेला व्यक्ति खोल ना पाए।
लेकीन अब इसे पाउडर में तब्दील कर दिया है। जिसको खोलते ही इसका रसायन हवा में घुलने लगता है। पानी के संपर्क में आने से यह निष्क्रिय होना शुरू हो जाता है। इसको खाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। और इसका उपयोग करना भी आसान हो गया है।

