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आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंच

जयपुर। आज पृथ्वी का मानव चंद्रमा तक अपनी पहुंच बना चुका है। लेकिन क्या आप जानते है कि चंद्रमा क्या है और कहा से आया है। आखिर वैज्ञानिक बार—बार इस पर क्यों जातें है। तो आइए आज हम चंद्रमा के बारे में कुछ जानकारी लेते हैं। वैज्ञानिक इसके बारे में बताते है कि चंद्रमा की
आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंच

जयपुर। आज पृथ्वी का मानव चंद्रमा तक अपनी पहुंच बना चुका है। लेकिन क्या आप जानते है कि चंद्रमा क्या है और कहा से आया है। आखिर वैज्ञानिक बार—बार इस पर क्यों जातें है। तो आइए आज हम चंद्रमा के बारे में कुछ जानकारी लेते हैं। वैज्ञानिक इसके बारे में बताते है कि चंद्रमा की उत्पत्ति अरबों साल पहले हुई थी।आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंच जो कि पृथ्वी से एक बड़े विशालकार्य ग्रह के टकराने के कारण हुई थी। शोधकर्ता चांद की उत्पत्ति की जानकारी का हवाला अपोलो द्वारा लाये गये चांद के टूकडे के द्वारा दे रहे हैं। शोधकर्ताओं ने इसकी जांच के खोज को पुख्ता किया है कि चंद्रमा की उत्पत्ति पृथ्वी से भारी ग्रह के टकराने के कारण ही हुई थी।आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंच बताया गया है कि इस चट्टानी टूकडे में थिया नाम के ग्रह की निशानी दिखती है। हालांकि चांद की उत्पत्ति के बारे में लोगों द्वारा कई तथ्य बताये गये हैं। जिनमें से एक तथ्य में उन्होंने कहा है कि चांद का उदय खगोलिय टक्कर के परिणाम स्वरूप हुआ है। आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंचजबकि इस जानकारी के बाद कुछ लोगों का यह भी कहना था कि चांद की उत्पत्ति किसी भी टक्कर के कारण नहीं हुई है। लेकिन बता दे कि वर्ष 1980 के आसपास से इस सिद्धांत को स्वीकृति मिली हुई है कि 4.5 बिलियन साल पहले पृथ्वी और थिया के बीच हुई टक्कर ने चंद्रमा की उत्पत्ति की थी। वैज्ञानिकों का बार—बार चांद पर जाना भी एक कारण ही है क्योंकि चांद पृथ्वी की टक्कर से ही उत्पन्न हुआ है। यह बात इस ओर इंगित करती है कि शायद चांद भी पृथ्वी के समान ही एक ग्रह है जिस पर जीव उत्पत्ति की उम्मीद की जा रही है।आइए जानें कैसे हुई थी चांद की उत्पत्ति,मानव क्यों बढ़ा रहा है इस पर अपनी पहुंच यही अपोलो द्वारा चांद से लाई गई चीजों की जब जांच की गई तो उनमें और पृथ्वी की चीजों में बहुत ही सूक्ष्म अंतर पाया गया। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेलीडे उन वैज्ञानिकों में हैं,जो ये देखकर चकित हैं कि चांद की चट्टानों पर मिली थिया की सामग्री और पृथ्वी के बीच अंतर बहुत मामूली और सूक्ष्म हैं। इसी कारण चांद पर जीव की उत्पत्ति की उम्मीद की जा रही है।

जानिए चांद की उत्पत्ति से संंबंधित कुछ जानकारियां

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