Mini Moon तो देख लिया! क्या आप जानते है कितनी है धरती के चन्द्रमा की उम्र और कैसे हुआ निर्माण ?
विज्ञान न्यूज़ डेस्क - पिछले कुछ दिनों से धरती पर दो चांद दिखाई दे रहे हैं, दूसरे चांद को मिनी मून नाम दिया गया है। 25 नवंबर तक यह चांद धरती की कक्षा में चक्कर लगाएगा। इसके बाद यह दूसरा चांद कक्षा से अलग हो जाएगा। इससे यह साफ होता है कि इस दूसरे चांद की उम्र करीब 2 महीने है। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि हमारा चांद यानी हमारा चाचा चांदा कितना पुराना है। इन सवालों का रहस्य भी धीरे-धीरे खुल रहा है। दशकों से वैज्ञानिक मानते थे कि चांद का निर्माण युवा पृथ्वी और किसी अन्य खगोलीय पिंड के बीच टक्कर के बाद मलबे से हुआ था। चांद हमेशा से इंसानों के लिए रहस्य रहा है। चांद के छिपे पहलुओं को जानने के लिए कई वैज्ञानिक लगातार शोध कर रहे हैं। इसके लिए भारत ने चांद पर चंद्रयान-3 भेजकर काफी जानकारी हासिल करने की कोशिश की। इसके लिए चांद की मिट्टी का अध्ययन किया जा रहा है।
इतनी है चांद की उम्र
चांद की मिट्टी और चट्टानों के टुकड़ों से वैज्ञानिक चांद की सही उम्र के बारे में गहरी जानकारी देते हैं। इस शोध में दावा किया गया है कि चांद का जन्म 4.46 अरब साल से भी पहले हुआ था। यह सौरमंडल के जन्म के 110 मिलियन साल बाद अस्तित्व में आया। इसे ऐसे समझें कि एक छोटा चांद पहले भी था लेकिन जब वह पृथ्वी की कक्षा में दाखिल हुआ तो अस्तित्व में आया। इसी तरह हमारा चंदा मामा भी 4.46 अरब साल तक था लेकिन वह 110 मिलियन साल बाद अस्तित्व में आया। फिलहाल, अध्ययनों और हालिया शोधों से पता चलता है कि चांद की मौजूदा उम्र 4.53 अरब साल है।
कैसे हुआ चंदा मामा का जन्म?
वैज्ञानिकों का दावा है कि मंगल ग्रह के बराबर का एक विशालकाय पिंड पृथ्वी से टकराया था। पृथ्वी से कई टुकड़े टूटकर अलग हुए लेकिन सबसे बड़ा और सबसे बड़ा टुकड़ा जो अलग हुआ वह चांद बन गया। हालांकि चांद के रहस्यों को सुलझाने के लिए लगातार शोध किए जा रहे हैं। यह शोध चांद के धूल के नमूनों पर किया जाता है। तमाम अध्ययनों में दावा किया गया कि जब वह पिंड पृथ्वी से टकराया तो एक ऊर्जा उत्पन्न हुई जिसकी वजह से पृथ्वी के सबसे बड़े टुकड़े की कई चट्टानें पिघल गईं और इसी से चांद की सतह बनी।

