आपको पता है सबसे पहले दूरबीन का आविष्कार किसने किया था ?
जयपुर। जैसा की हम जानते है कि दूर की चीजों को देखने के लिए सामान्यतया दूरबीन यानी टेलीस्कोप का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आप जानते है कि दूरबीन का अविष्कार किसने और कब किया था। आज के समय को देखे तो हबल सबसे शक्तिशाली दूरबिन है जो अंतरिक्ष में काम आती है। लेकिन इससे पहले जो दूरबिन थी उसका अविष्कार 17 वीं सदी की शुरुआत में एक बच्चे ने खेल खेल में किया था। आपको इस बात का यकीन नही होगा लेकिन ये सच है और ये हॉलैंड के मिडिलबर्ग शहर में रहने वाले एक चश्मा व्यापारी के बेटे ने किया था। बता दे कि उस व्यापारी का नाम हेंस लिपरशी था।
जानकीर दे दे कि दूरबीन को विकसित करने के लिए हेंस लिपरशी ने कोई खास मेहनत और प्रयोग नहीं किया था। हेंस लिपरशी के शैतान बेटा दिन भर रंग बिरंगे कांचों से खेलता रहता था, और इसकी के साथ सूरज की रोशनी का चिलका डालकर सबको परेशान करता था। वो अपने पापा की दुकान पर एक दिन उसने कई कांचों को आपस में मिलाकर इधर उधर देखने की कोशिश कर रहा था तो एक दिन यूंही खेलते हुए वह डर गया इसका कारण था कि उसने देखा सामने वाले गिरजाघर की मीनार एकदम उसके पास आ गई है। उसको लगा कि ये कोई जादूई काँच है। उसने इस जादूई काँच के बारे में अपने पापा को बताया और ये घटना देखकर हेंस लिपरशी भी हैरान रह गये।
तो हेंस लिपरशी को यह समझते देर ना करकते हुए उसके बेटे ने एक दूरबीन का आविष्कार कर लिया है। जानकारी दे दे कि सितंबर 25, 1608 को लिपरशी ने दूरबीन का पेटेंट अपने नाम करवा लिया था। इस तरह दूरबीन का अनजाने में ही एक बच्चे ने उत्तल लेंस और अवतल लेंस दोनों इस्तेमाल किए गए थे। फिर इसके बाद गैलीलियो ने इस दूरबीन के बारे में सुनकर कई नये नये प्रयोग किए। जानकारी दे दे कि लिपरशी की दूरबीन किसी भी वस्तू को सिर्फ 3 गुणा नजदीक ही दिखा सकती थी, इसी तरह से फिर गैलीलियो ने एक से ज्यादा लेंस का प्रयोग करके दूरबीन का नया संस्करण बना दिया जो किसी भी वस्तु को 20 से 30 गुणा पास दिखा सकती थी।

