रात को नींद नहीं आने की हो सकती है ये वजह
जयपुर। अगर सोने के मामले में आज के लोगों की और हमारें पूर्वजों की बात की जाये तो हमारे पूर्वज हमारे से आगे होेंगे। ऐसा इसलिए हो पाता है क्योंकि आज के समय का इंसान स्मार्टफोन के आविष्कार हो जाने के कारण रात को देर तक इसी में लगा रहता है।

इसको आ जाने के बाद इंसान को नींद का पता ही नही चलता। इसका चलाने के बाद उसे यह भी मालूम नहीं होता कि रात के कितने बज चुके है। एक बार ऐसी आदत पड़ जाने के बाद अगर फिर हम जल्दी सोने की कोशिश भी कर ले तो ऐसा नहीं कर पाते है। क्या आप भी ऐसी ही स्थिति से ही नहीं गुजर रहे हैं।

तो आइए जाने वैज्ञानिकों ने इसके बारे में क्या कहा है। अगर वैज्ञानिकों की बात की जाये तो इस बात का खुलासा होता है कि ये एक जनेक्सि प्रोब्लम होती है। इसका का खुलासा शोधकर्ताओं ने एक रिसर्च के बाद किया है। इसके संबंध में अमेरिका रॉकफेलर लैबरेटरी शोधकर्ताओं ने शोध के बाद पाया कि पूरी दुनिया में ऐसे लक्षण 75 व्यक्तियों में से एक व्यक्ति में पाया जाता है।

शोध में बताया गया है कि इंसान के शरीर में जीन सीआरवाई1 पायी जाती है तो इसको तय करती है कि नींद आये या नहीं। नींद का अलग—अलग समय रखने के कारण ये जैविक समय को कम कर देती है। इसके बाद ऐसे लोग जिनकों रात को नींद नहीं आती है, ऐसे लोग वेरियंटस से ग्रसित रहते है।

ये रोग व्यक्ति को सोने से रोकता है। रिसर्च में दो केटेगरी के लोगों का शामिल किया गया जिनमें से आधे लोग ऐसे थे जिनको रोज रात को समय पर नींद आ जाती थी और आधे ऐसे थे जिनका 2 और 3 बजे तक भी नींद नहीं आती थी। ऐसे लोगों में जांच के बाद पाया कि वो लोग वेरियंटस से ग्रसित थे।

