
भारतीय मिठाइयों में रसगुल्ला का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है। खासतौर पर बंगाल की यह पारंपरिक मिठाई अब पूरे देश में लोकप्रिय हो चुकी है। सफेद, नरम, रस से भरे और गुलगुले आकार के रसगुल्ले स्वाद के साथ-साथ त्योहारों और खास अवसरों की शान बन चुके हैं। चाहे वह शादी का मौका हो, रक्षाबंधन, दिवाली या कोई भी उत्सव, रसगुल्ला हर बार मिठास घोल देता है।
हालांकि बाजार में रसगुल्ले आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन घर पर बनाए गए रसगुल्ले का स्वाद और आनंद ही कुछ और होता है। आइए जानते हैं इसकी आसान रेसिपी, ज़रूरी सामग्री और कुछ खास टिप्स जिनसे रसगुल्ले एकदम मुलायम, रसदार और परफेक्ट बनते हैं।
1. रसगुल्ला बनाने की सामग्री
रसगुल्ला बनाने के लिए बहुत ज्यादा सामग्री की जरूरत नहीं होती, बस सही अनुपात और थोड़ी सी सावधानी चाहिए। नीचे इसकी मुख्य सामग्री दी गई है:
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फुल क्रीम दूध – 1 लीटर
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नींबू का रस या सफेद सिरका – 2 बड़े चम्मच (पानी में मिलाकर पतला करें)
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पानी – 4 कप
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चीनी – 1.5 कप
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इलायची पाउडर – 1/4 चम्मच (वैकल्पिक)
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गुलाब जल या केवड़ा जल – 1/2 चम्मच (सुगंध के लिए, वैकल्पिक)
2. रसगुल्ला बनाने की विधि
रसगुल्ला बनाने की प्रक्रिया को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है – छैना बनाना, उससे रसगुल्ले तैयार करना और फिर उन्हें चीनी की चाशनी में पकाना।
छैना बनाने की विधि:
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सबसे पहले दूध को एक गहरे बर्तन में उबालें और जब यह पूरी तरह उबलने लगे तो गैस धीमी करें।
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अब धीरे-धीरे नींबू का रस या सिरका डालें और दूध को चलाते रहें। कुछ ही समय में दूध फट जाएगा और पानी (छाछ) और छैना अलग हो जाएगा।
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अब इसे एक सूती कपड़े में छान लें और ऊपर से ठंडा पानी डालें ताकि नींबू की खुशबू हट जाए।
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कपड़े को कसकर बांध दें और छैना से सारा पानी निचोड़ लें। करीब 30 मिनट तक इसे लटका कर रखें ताकि अतिरिक्त पानी निकल जाए।
रसगुल्ले बनाने की प्रक्रिया:
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छैना को एक प्लेट में निकालें और उसे अच्छी तरह मसलें। करीब 10-12 मिनट तक मसलते रहें जब तक वह चिकना, मुलायम और लोचदार न हो जाए।
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अब छैना को छोटे-छोटे बराबर हिस्सों में बांटें और गोलाकार आकार दें।
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हर गोले को इतना चिकना बनाएं कि उसमें दरार न हो।
चाशनी तैयार करना और रसगुल्ले पकाना:
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एक बड़े पतीले में पानी और चीनी डालकर उबालें। जब चाशनी में उबाल आ जाए, तब उसमें रसगुल्ले डालें।
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अब बर्तन को ढक दें और मीडियम आंच पर 15-20 मिनट तक पकाएं। बीच-बीच में ढक्कन खोलकर रसगुल्लों को चम्मच से धीरे से घुमा सकते हैं ताकि वे एकसमान पकें।
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जब रसगुल्ले फूलकर दोगुने हो जाएं, तब गैस बंद करें और उन्हें चाशनी में ही ठंडा होने दें।
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अंत में आप इसमें गुलाब जल या इलायची पाउडर डाल सकते हैं।
3. रसगुल्ले में नरमी और स्वाद बढ़ाने के सुझाव
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दूध फुल क्रीम होना चाहिए, तभी छैना अच्छी क्वालिटी का बनेगा और रसगुल्ले नरम बनेंगे।
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छैना को ज्यादा सख्त न होने दें। अगर उसमें ज्यादा पानी रह गया तो रसगुल्ले टूट सकते हैं और अगर बहुत सूखा हो गया तो वे सख्त बनेंगे।
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छैना मसलने का काम धैर्य से करें। यही सबसे अहम चरण है क्योंकि अच्छी तरह मसा हुआ छैना ही नरम रसगुल्ले देता है।
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चाशनी हल्की होनी चाहिए, बहुत गाढ़ी चाशनी से रसगुल्ले अंदर तक रस नहीं खींच पाते।
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पकाते समय पतीले का ढक्कन बंद रखें ताकि भाप से रसगुल्ले अच्छी तरह फूल सकें।
घर पर बने रसगुल्ले सिर्फ स्वाद में ही नहीं, भावनाओं में भी गहरे उतरते हैं। इन्हें आप फ्रिज में ठंडा कर के परोस सकते हैं या हल्के गर्म भी खा सकते हैं। कई लोग इन्हें गुलाब जल या केवड़ा जल से खुशबूदार बनाते हैं, जबकि कुछ लोग इनमें केसर भी डालते हैं।
तो अगली बार जब मिठास का मन हो या खास मौके पर कुछ मीठा बनाना चाहें, तो बाजार जाने की जगह घर पर ही नरम और रस से भरे रसगुल्ले बना कर देखिए। यकीन मानिए, परिवार और मेहमान आपके हाथ की तारीफ किए बिना नहीं रहेंगे।