
भारत में मिठाइयों का एक समृद्ध इतिहास है और सोनपापड़ी उसमें एक खास जगह रखती है। यह हल्की, कुरकुरी और मुंह में घुल जाने वाली मिठाई उत्तर भारत की पहचान बन चुकी है। त्यौहारों के मौसम में या फिर गिफ्टिंग के मौके पर सोनपापड़ी हर मिठाई की दुकान में दिखती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे घर पर भी आसानी से बनाया जा सकता है?
सोनपापड़ी को बनाना थोड़ा सावधानी और धैर्य की मांग करता है, लेकिन एक बार आप इसकी प्रक्रिया को समझ लें, तो यह बेहद संतोषजनक और स्वादिष्ट अनुभव बन सकता है। यह लेख आपको बताएगा कि कैसे आप पारंपरिक तरीके से घर पर सोनपापड़ी बना सकते हैं।
सोनपापड़ी बनाने के लिए जरूरी सामग्री
सोनपापड़ी को बनाने के लिए कुछ विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है, जो आम तौर पर भारतीय रसोई में मिल जाती है। इसका बेस बेसन और मैदा होता है, जिसमें चीनी और घी मिलाकर तैयार किया जाता है। नीचे आवश्यक सामग्री दी गई है:
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बेसन – 1 कप
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मैदा – 1 कप
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घी – 1 कप (पिघला हुआ)
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चीनी – 2 कप
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पानी – 1 कप
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इलायची पाउडर – 1 टीस्पून
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पिस्ता और बादाम – सजावट के लिए (कटा हुआ)
इन सामग्री को लेकर आप स्वादिष्ट और हलवाई जैसी सोनपापड़ी बना सकते हैं, अगर सही तकनीक अपनाई जाए।
सोनपापड़ी बनाने की विधि: धैर्य और सावधानी का मेल
सोनपापड़ी बनाने की प्रक्रिया बहुत ही दिलचस्प होती है, लेकिन इसके लिए तापमान नियंत्रण और समय का विशेष ध्यान रखना होता है।
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सबसे पहले बेसन और मैदा को एक बर्तन में छान लें और इसे धीमी आंच पर घी में भूनें। इसे लगातार चलाते रहें ताकि मिश्रण जलने न पाए। जब इसमें से खुशबू आने लगे और रंग हल्का सुनहरा हो जाए, तो गैस बंद कर दें।
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अब एक गहरे पैन में चीनी और पानी मिलाकर चाशनी बनाना शुरू करें। इसे मध्यम आंच पर तब तक पकाएं जब तक इसमें दो तार की चाशनी न बन जाए। यह स्टेप सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यही सोनपापड़ी की बनावट तय करता है।
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जब चाशनी तैयार हो जाए, तो उसे धीरे-धीरे बेसन और मैदा के मिश्रण में डालें और लकड़ी के चम्मच से लगातार चलाते रहें। अब इस मिश्रण को एक चिकनाई लगी थाली या ट्रे में डालें।
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जैसे ही यह मिश्रण थोड़ा ठंडा होने लगे लेकिन अब भी गर्म हो, तो हाथ से खींचने वाली प्रक्रिया शुरू करें। यह वह हिस्सा है जहां से सोनपापड़ी को उसका रेशेदार और हल्का टेक्सचर मिलता है। मिश्रण को खींचते और मोड़ते रहें जब तक वह पतला और रेशेदार न हो जाए।
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अब इसे चौकोर या आयताकार टुकड़ों में काटें और ऊपर से कटे हुए पिस्ता, बादाम और इलायची पाउडर छिड़कें। सोनपापड़ी तैयार है, इसे एयरटाइट डिब्बे में रखें ताकि वह कुरकुरी बनी रहे।
सोनपापड़ी बनाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
सोनपापड़ी बनाने में सफलता पाने के लिए कुछ विशेष बिंदुओं का ध्यान रखना जरूरी होता है। थोड़ी सी लापरवाही मिठाई की बनावट और स्वाद दोनों बिगाड़ सकती है।
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चाशनी की तार जांचना बेहद जरूरी है। अगर वह एक तार से कम होगी तो मिठाई चिपचिपी रह जाएगी, और ज्यादा होगी तो वह कड़क हो सकती है।
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मिश्रण को खींचते समय हाथों को घी से चिकना कर लें ताकि वह चिपके नहीं।
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ट्रे को पहले से घी लगाकर तैयार रखें ताकि मिश्रण डालते ही जमने लगे।
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मिश्रण को खींचते वक्त बहुत जल्दी न करें, लेकिन समय का ध्यान जरूर रखें ताकि वह जमने से पहले खींचा जा सके।